सागर। कमिश्नर सागर संभाग डा. वीरेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में आज वन विभाग की संभाग स्तरीय टॉस्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में वनों की अवैध कटाई रोकनें, अवैध शिकार के प्रकरणों को रोकने, वन व्यवस्थापन के प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने सहित कई अन्य निर्णय लिए गए। वन विभाग की संभाग स्तरीय टॉस्क फोर्स समिति की बैठक में अधिकारियों को निर्देषित करते हुए कमिश्नर सागर डा. वीरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सागर संभाग के सभी जिलों में वन्य व्यवस्थापन के प्रकरणों के निराकरण में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है। वन व्यवस्थापन के प्रकरणों के निराकरण मे तेजी लाए तथा वनव्यवस्थापन के प्रकरणों का निराकरण तेजी से सुनिश्चित कराएं।
कमिश्नर ने निर्देष दिए कि वन क्षेत्रों में खनिजों के अवैध उत्खन्न और परिवहन पर भी सख्त से सख्त कार्रवाही करें और वनों में अवैध खनिजों के उत्खन्न के प्रकरणों पर सख्ती से कार्रवाही सुनिश्चित कराएं। बैठक में वन भूमि पर अतिक्रमण के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कमिष्नर ने वन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन भूमि में किए गए अतिक्रमण से बेदखली की कार्रवाही अप्रैल एवं मई माह में प्राथमिकता के साथ करें और वन भूमि में किए गए अतिक्रमण को मुक्त कराएं।
बैठक में वन्य प्राणियों का शिकार करने वाले आदतन अपराधियों के विरूध्द सख्त कार्रवाही करने के निर्देश देते हुए कमिश्नर ने कहा कि सागर संभाग के सभी वन वृतों में वन्य प्राणियों को अवैध शिकार करने वाले आदतन अपराधियों का सघन्य निगरानी होना चाहिए तथा ऐसे आदतन अपराधियों के विरूध्द सख्त से सख्त कार्रवाही होनी चाहिए।
बैठक में कमिश्नर ने ग्रीष्म काल में वनों में लगने वाली आग की घटनाओं को रोकने के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देते हुए कहा कि जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करें। वन क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों से सतत् संवाद स्थापित कर उन्हें जंगलों में आग लगाने से होने वाले नुकसान के विषय में भी जानकारी दे। कमिश्नर ने कहा कि वनों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए इस कार्य मे जनमानस की भागीदारी भी सुनिश्चित कराएं।
बैठक में वन मंडल अधिकारियों द्वारा वन व्यवस्थापन, वन अधिकार पत्रों के वितरण, वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में जानकारी दी गई। बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक सुनील जैन, मुख्य वन संरक्षक राजेश कुमार खरे एवं अन्य वन मंडल अधिकारी उपस्थित रहे।
