सागर । भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय का से जारी निर्देर्शों के अनुसार जन्म प्रमाण पत्र के बढ़ते महत्व को देखते हुए, यह प्रमाण पत्र नव-जात शिशु की मां को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही दे दिया जाये, खासकर सरकारी अस्पतालों द्वारा जहां कुल संस्थागत जन्मों में से 50 प्रतिशत से अधिक जन्म होते है। साथ ही रजिस्ट्रार को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए कि वे अस्पताल में जन्म होते ही उसका पंजीकरण करें और जन्म प्रमाण पत्र तुरंत जारी करें। जिससे जनसाधारण को सुविधा होगी।
