सागरI प्रसिद्ध पार्श्व गायक स्वर्गीय मुकेश कुमा की 48 वी पुण्यतिथि पर एकता समिति ने श्रद्धा पूर्वक याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी एवं गायक उमेश समैया एवं अनिल गंगवानी ने की।
कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों एवं समिति सदस्यों द्वारा सर्वधर्म चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। चंपक भाई जैन ने स्वर्गीय मुकेश जी का जीवन परिचय दिया। मुकेश जी को भारत में ही नहीं विश्व में उनके गीतों के माध्यम से हमेशा याद किया जाता है । उन्होंने 53 वर्ष की उम्र में 35 साल, फिल्म के केरियर में 525 फिल्मों में 900 सदाबहार गीत गए सभी,के दिलों में राज करते है। उमेश समैया ने मधुर आवाज में ओ जाने वाले हो सके तो लौट के आना यह घाट यह वाट तुम भूल न जाना जैसे ही प्रस्तुत किया उपस्थित सभी ने,तालियो की गड़गड़हट से पूरा सदन गुंज गया। अनिल गंगवानी ने तेरे चेहरे में वो जादू है बिन डोर खिंचा आता हूं। राजेंद्र सोनी मामा बस यही अपराध में हर बार करता हूं आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं ।मुकेश जी की आवाज में सदाबहार गीतों की प्रस्तुति दी। उपस्थित सभी मधुर गीत सुनकर झूमने नाचे को मजबूर हो गए। समिति के सदस्य नीलेश समैया , चंपक भाई जैन, सुधीर जैन पेट्रिस फुसकेले ने भी गीत पेश किए। इस अवसर पर शरद गुप्ता, संजय शास्त्री, राजकुमार पड़ेले, कमलचंद्र जैन, अजीत जैन, प्रमोद चौरसिया ,अजीम भाई, एवं श्रीमती नम्रता फुसकेले,वर्षाजैन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप समैया ने किया, आभार व्यक्त समितिअध्यक्ष सुधीर जैन ने माना।
