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उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने नगर निगम द्वारा आयोजित जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम में भूतेश्वर बावड़ी कुआँ की सफाई एवं जीर्णाेद्धार कार्य प्रारंभ कराया

सागर । सागर दौरे पर 12 जून दिन गुरुवार को पधारे उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारी जिला सागर, मंत्री-लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, राजेंद्र शुक्ल ने जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत नगर पालिक निगम सागर द्वारा भूतेश्वर मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर जनप्रतिनिधियों के साथ प्राचीन जलस्रोत की साफ-सफाई की। इस दौरान विधायक शैलेन्द्र जैन, महापौर संगीता सुशील तिवारी, निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, पूर्व जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि, नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधि, निगम के अधिकारी/कर्मचारी और बड़ी संख्या में जन समूह उपस्थित रहा।  उपमुख्यमंत्री शुक्ल ने सर्वप्रथम भूतेश्वर महादेव मंदिर में जन प्रतिनिधियों सहित पूजा-अर्चना की और सभी सागर जिला एवं प्रदेशवासियों के सुख समृध्दि की मंगल कामना की। उन्होंने भूतेश्वर मंदिर में बने प्राचीन बावड़ी कुआँ से टोकरी के माध्यम से फूल पत्ती कचरा आदि निकाल कर सफाई एवं जीर्णाेद्धार का अभियान प्रारम्भ कराया।

उपमुख्यमंत्री शुक्ल ने अल्प समय में भूतेश्वर मंदिर प्रांगण के विकास कार्यों एवं मंदिर निर्माण की जानकारी ली और कहा की प्राचीन सिद्ध स्थलों व मंदिरों का संरक्षण भारतीय संस्कृति को परिस्कृत बनाने हेतु अनिवार्य है। उन्होंने कहा की प्राचीन समय से ही हमारे ऐतिहासिक मंदिरों के आस-पास नदी, तालाब, बावड़ी, कुआँ आदि विशाल जल स्रोतों का होना या कम से कम एक छोटा जलकुंड तो निश्चित मौजूद रहा है। इन्हें संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है। ये जलस्रोत मंदिर में जल आपूर्ति करने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय निवासियों की जल मांग को भी पूरा करते थे और प्यास बुझाते थे। आज इनमें से कई जल स्रोत लगभग विलुप्ती की कगार पर हैं या अत्यधिक प्रदूषित हैं। जल जीवन का अभिन्न घटक है और इसकी प्रत्येक बूंद को बचाना हमारी आवश्यकता और अनिवार्यता है। इसके लिए छोटा हो या बड़ा प्रत्येक जल स्रोत का संरक्षण हमें करना चाहिए। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नगर पालिक निगम सागर द्वारा लगभग 100 कुआँ की साफ-सफाई कर इन्हें पुनः उपयोगी बनाया जा रहा है इनके जल को पीने योग्य बनाने हेतु किये जा रहे सफाई व जीर्णाेद्धार कार्य और ऐतिहासिक जलस्रोतों के संरक्षण का यह कार्य सराहनीय है।

विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा की मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री मोहन यादव द्वारा जल और जल स्रोतों के संरक्षण की जो चिंता की गई और इसके लिए प्रदेश व्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान 30 मार्च से 30 जून 2025 तक चलाकर जो प्रयास किये जा रहे हैं उनका ही परिणाम है की आज सागर में छोटे-छोटे जल स्रोतों को भी पुनर्जीवित किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन अंतर्गत शहर के ऐतिहासिक तालाब, विभिन्न बावड़ियों, कुआँ, नहर आदि का पुनर्विकास कर इन्हें संरक्षित किया गया है नगर निगम के माध्यम से विभिन्न कुओं की सफाई कर जाल लगाने सहित जीर्णाेद्धार कर सुरक्षित बनाया गया है बड़ी संख्या में सभी जल स्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है। इन प्रयासों से निश्चित ही हम अपने शहर के जलस्रोतों को संरक्षित कर भविष्य के लिए  सुरक्षित रखने में सफल होंगे।

महापौर संगीता सुशील तिवारी ने कहा की भूतेश्वर मंदिर हमारे सागरवासियों की बड़ी आस्था का केंद्र है यहां विराजमान बाबा भूतेश्वर महादेव की असीम कृपा सागर वासियों पर है इस प्रांगण में मौजूद बावड़ी कुआँ की सफाई और जीर्णाेद्धार का कार्य उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारी सागर जिला राजेंद्र शुक्ल के कर कमलों द्वारा होना बड़े ही हर्ष का विषय है। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत नगर पालिक निगम शहर के सभी जल स्रोतों को साफ-स्वच्छ बनाने हेतु प्रयासरत है। मुख्यमंत्री डा. यादव द्वारा मानसून पूर्व चलाएं गए इस 3 माह के महाअभियान ने कई जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया है। शीघ्र ही सागर नगर के सभी जलस्रोत साफ-स्वच्छ और पीने योग्य जल से युक्त होंगे।

निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने कहा की जल ही जीवन है और इसे संरक्षित करने में जल स्रोतों का बजूद बहुत मायने रखता है। आज जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारी सागर जिला श्री राजेंद्र शुक्ल के साथ एक महान देवीय स्थल में ऐतिहासिक जल स्रोत बावड़ी कूआं की सफाई एवं जीर्णाेद्धार प्रारम्भ कराने का अवसर मिला। हम सब मिलकर ऐसे ही शहर के सभी जल स्रोतों को साफ स्वच्छ कर संरक्षित बनाने का प्रयास करेंगे।  
जिलाध्यक्ष श्री श्याम तिवारी ने सागर पधारे उपमुख्यमंत्री शुक्ल को भूतेश्वर मंदिर की जानकारी देते हुए कहा की यह शिवमंदिर सागर वासियों के लिए उज्जैन महाकाल मंदिर के समान है। नागरिकों की गहरी आस्था इस मंदिर से जुड़ी है। लगभग ढाई-तीन साल पहले इसका भव्य मंदिर निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ है यह मंदिर लगभग सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर पत्थरों से निर्मित किया जा रहा है। यहां मौजूद बावड़ी कुआँ के आकार की है जो की बहुत ही प्राचीन है इसके जल का रंग नीला दिखाई देता है। यदि इसकी नियमित सफाई हो और कचरा न रहे तो इसकी तलहटी को स्पष्ट देखा जा सकता है। ऐसे सभी महत्वपूर्ण जल स्रोतों का संरक्षण हमारी वास्तविक जरूरत है।

निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने कहा की नगर पालिक निगम और स्मार्ट सिटी शहर में प्रत्येक जल स्रोत के संरक्षण हेतु प्रतिब्ध है। इनकी साफ-सफाई व रखरखाव समय समय पर किया जाता है मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत शहर के लगभग 100 कुआँ को चिन्हित कर शिल्ट कचरा आदि निकालने का कार्य किया जा रहा है सभी नागरिक अपने नजदीकी जल स्रोत की सफाई में सहयोगी बने और भविष्य के लिए इन जल स्रोतों को साफ स्वच्छ व संरक्षित बनाएं रखने का प्रयास करें। आगामी बारिश में सभी जल स्रोत साफ स्वच्छ पानी से लबरेज होंगे।

प्रभारी मंत्री शुल्क ने किया पौधारोपण

उप मुख्यमंत्री एवं सागर जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुल्क ने जनप्रतिनिधियों के साथ सागर प्रवास के दौरान स्थानीय विद्यालय में पौधारोपण भी किया।


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