सागर।क्रांति अब बेटियों के लिए एक प्रेरणा बन गई है। अपनी तेज गेंदबाजी से इंग्लैंड की टीम को धूल चटा देने वाली क्रांति ने एक नया इतिहास रच दिया। यह तेज गेंदबाज अपनी स्विंग और गति के लिए जानी जाती है और इन्होंने भारतीय क्रिकेट में एक युवा सनसनी के रूप में पहचान बनाई है। कड़ी मेहनत और जुनून ने क्रांति गौड़ को असाधारण भारतीय महिला क्रिकेटर बनाया। क्रांति लगातार भारतीय महिला टीम में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इन्होंने न सिर्फ बुंदेलखंड बल्कि भारत का नाम रोशन किया है। क्रांति गौड़़ सागर डिवीजन महिला टीम की कप्तान के रूप में सागर का प्रतिनिधित्व करती आई है और महिला टीम को अपने कौशल से अनेकों मैचों में सागर को जीत दिल चुकी है।
यह बात नरयावली विधायक एवं म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन सागर डिवीजन के अध्यक्ष इंजी.प्रदीप लारिया ने विधायक निवास पर पधारीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उत्कृष्ट खिलाड़ी क्रांति गौड़ के स्वागत एवं सम्मान अवसर पर कहीं। विधायक लारिया में उनके आगामी क्रिकेट टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर सागर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के संरक्षक पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह, चेयरमैन प्रो.के.एस.पित्रे, सदस्य रमन दुबे, संजय दुबे,सत्यम त्रिपाठी, बलवंत ठाकुर, नर्रु ठाकुर, राजा रिछारिया, मुकेश पटेल, सोनू यादव, पवन शर्मा सहित बड़ी संख्या में
गणमान्यजन उपस्थित थे।
क्रांति गौड़, भारतीय महिला क्रिकेटर का सफरनामा
क्रांति गौड़ ने 14 साल की उम्र में लेदर बॉल क्रिकेट खेलना शुरू किया और जल्द ही मध्यप्रदेश की जूनियर और अंडर-23 टीमों में खेलने का मौका मिला।मध्यप्रदेश की सीनियर महिला वनडे कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वर्ष 2017 में सागर डिवीजन के लिए खेला।
घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में शामिल हुईं. महिला प्रीमियर लीग (WPL) में यूपी वॉरियर्स के लिए खेलने वाली यह तेज गेंदबाज अपनी स्विंग और गति के लिए जानी जाती हैं, और उन्होंने भारतीय क्रिकेट में एक युवा सनसनी के रूप में पहचान बनाई है। 2025 में यूपी वॉरियर्स ने उन्हें बेस प्राइस पर खरीदा और उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान आकर्षित किया.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने तीन मैचों की सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे में 13 रनों से शानदार जीत के साथ सीरीज भी 2-1 से अपने नाम कर ली है। इसके साथ ही भारत ने इंग्लैंड की सरजमीं पर जहां पहली बार वनडे अंतरराष्ट्रीय सीरीज और टी20 इंटरनेशनल सीरीज दोनों जीतकर इतिहास रचा है। वहीं, 18 वर्षीय युवा गेंदबाज क्रांति गौड़ ने भी वनडे क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है। क्रांति गौड़ (6/52) 18 वर्ष 179 दिन की उम्र में भारत के लिए 5 विकेट लेने वाली दूसरी सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई हैं।
2025 में इंग्लैंड के खिलाफ एक वनडे मैच में 6 विकेट लेकर बुमरा और झूलन गोस्वामी जैसे दिग्गजों के एलीट क्लब में शामिल हुईं.
क्रांति गौड़ की ऐतिहासिक उपलब्धि जुलाई 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ़ एकदिवसीय सीरीज के निर्णायक मैच में 6 विकेट लेने की है, जिससे उन्होंने इंग्लैंड को 13 रनों से हराकर सीरीज जीत ली। इस प्रदर्शन के बाद, हरमनप्रीत कौर ने अपना प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड उनके साथ साझा किया। इसके अलावा, क्रांति इंग्लैंड में 5 या अधिक विकेट लेने वाली दूसरी सबसे युवा भारतीय तेज गेंदबाज बनीं और घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने मध्यप्रदेश को सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी जिताने में महत्वपूर्ण योगदान दिया, फाइनल में 4 विकेट लेकर।
