कृषि उत्पादन आयुक्त ने सागर संभाग में की कृषि आदानों की समीक्षा
सागर । प्रदेश शासन के कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने आज संभागीय मुख्यालय सागर में रबि 2025 की समीक्षा एवं खरीफ 2025 के कार्यक्रम निर्धारण आयोजित संभाग स्तरीय बैठक में कृषि आदानों की समीक्षा करते हुए कहा कि सागर संभाग में उच्च कीमतों वाली फसलों की खेती को प्रोत्साहित किया जाए और इसका रकबा भी बढाया जाए। उन्होंने कहा कि सागर संभाग में उद्यानिकी फसलों का रकबा कम है इसे बढाने की आवश्यकता है। इसके लिए सागर संभाग के सभी कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, कृषि विभाग के अधिकारी, उद्यानिकी विभाग के अधिकारी निरंतर प्रयास करें।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि उच्च कीमत वाली फसलों और उद्यानिकी फसलों के उत्पादन को बढावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित और जागरुक करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे इस दिशा में प्रयास करें।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि नए जनरेशन के युवा किसानों को कृषि की नई सोच और तकनीक के प्रति भी जागरुक करें। नए जनरेशन के किसानों का कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग और उद्यानिकी विभाग के अधिकारी सतत रूप से मार्गदर्शन करें।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि सागर संभाग में किसानों को मूंगफली, उड़द और अरहर की खेती के लिए प्रोत्साहित करें। किसानों को इन फसलों की खेती करने के लिए तकनीकि मार्गदर्शन भी करें तथा किसानों को मूंगफली, उड़द और अरहर के उच्च गुणवत्ता के बीज भी समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने अरहर की पूसा-16 किस्म को सागर संभाग में प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि अरहर की पूसा-16 एक अच्छी किस्म है यह अरहर की किस्म किसानों के खेतों तक पहुंचना चाहिए। कृषि उत्पादन आयुक्त ने निवाड़ी जिले में अदरक की फसल का रकबा घटने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि निवाड़ी जिले में अदरक की खेती का रकबा बढाने के निरंतर प्रयास किए जाएं। बैठक में सागर संभाग में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सागर संभाग के किसानों को हैप्पी सीडर, रोटावेटर एवं अन्य कृषि यंत्रों के संबंध में जानकारी दिलाएं तथा खेती में इनके उपयोग को प्रोत्साहित करें। उन्होंने सागर संभाग में कृषि यंत्रों की कमी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि कार्य में कृषि यंत्रों का उपयोग प्राथमिकता के साथ कराना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा सागर संभाग में कृषि यंत्रों की प्रगति नगण्य होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आगामी दो महीनों में कृषि यंत्रों का विक्रय लक्ष्य हासिल करें अन्यथा संबंधित अधिकारियों की दो-दो वेतन वृद्धियां रोकी जावेगी।
बैठक में आगामी खरीफ सीजन में किसानों को खाद और बीज वितरण की जिलेवार समीक्षा करते हुए कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि सागर संभाग के सभी जिलों में खाद और बीज का समुचित भण्डारण करना सुनिश्चित किया जाए। किसानों को खाद और बीज की कमी न हो यह भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सागर संभाग के सभी खाद बीज वितरण केन्द्रों में किसानों के लिए स्वच्छ पेयजल, कुर्सियां, छायादार स्थान आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। कृषि उत्पादन आयुक्त ने निर्देश दिए कि खाद बीज वितरण केन्द्रों में किसानों को किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रीति मैथिल ने भारत सरकारी की पेरी अर्बन सब्जी क्लस्ट योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा संचालित यह योजना 2025 में प्रारंभ हुई है इस योजना का लाभ संभागीय मुख्यालय सागर के आसपास जिन कृषकों की खेती है ऐंसे कृषक उठा सकते हैैं। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी विभाग किसानों को सतत मार्गदर्शन कर रहा है तथा प्रदेश में उद्यानिकी फसलों का रकबा बढाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बैठक में कमिश्नर सागर संभाग डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सागर संभाग में टमाटर की अच्छी खेती होती है किन्तु फूड प्रोसेसिंग यूनिट के अभाव में कभी-कभी किसानों के लिए टमाटर अनुपयोगी साबित होते हैं। कमिश्नर ने सुझाव दिया कि सागर संभाग में फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किया जाए।
बैठक में कलेक्टर सागर संदीप जी आर, कलेक्टर छतरपुर पार्थ जायशवाल, कलेक्टर दमोह सुधीर कोचर, कलेक्टर निवाड़ी लोकेश जांगिड, कलेक्टर पन्ना सुरेश कुमार और कलेक्टर टीकमगढ़ विवेक श्रोति ने कृषि क्षेत्र और उद्यानिकी क्षेत्र में किए गए नवाचारों की जानकारी दी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग अनुपम राजन, प्रबंध संचालक मार्कफेड आलोक सिंह, संचालक कृषि विभाग अजय गुप्ता, सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग एम सेलवेन्द्रन, सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रीति मैथिल, संभाग कमिश्नर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत, सागर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर सहित सागर संभाग के समस्त जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर संदीप जी आर ने बताया कि सागर में 100 हेक्टेयर भूमि को चिह्नित कर फ्रूट फॉरेस्ट के माध्यम से पौधारोपण किया जा रहा है। इसको स्व सहायता समूह की सदस्यों को सौंपा जाएगा। इसमें ड्रिप के माध्यम से सिंचाई की जाएगी। नरवाई प्रबंधन के लिए लगातार कार्रवाई की गई है हैप्पी सीडर सुपर सीडर का प्रचार प्रसार भी किया गया है और इसका उपयोग किया जा रहा है। नरवाई जलाने पर पुलिस कार्रवाई एवं जुर्मना भी लगाया गया है।खुरई के शरवती गेहूं की ब्रांडिग करने वालो से मुंबई, नोएडा की कंपनी से बात की गई है।
समीक्षा बैठक में संभाग कमिश्नर डा. वीरेन्द्र सिंह रावत ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संभााग में कृषि विभाग सहित सभी विभागों में कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाएगी एवं शासन की योजनाओं की जानकारी प्रदान कर संबंधित पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया जाएगा।