बांदरी से आएगी शाही बारात, आम श्रद्धालुओं के लिये पानी, पार्किंग, प्रसादी की व्यवस्था
सागर। लोगों की आस्था के केंद्र खैजरा धाम में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। महाकाल मंदिर समिति खैजरा धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया महाशिवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर समिति द्वारा विशेष इंतजाम किये गये हैं।
दिनांक 25 फरवरी की रात 12 बजे से मंदिर 27 फरवरी रात्रि 10 बजे तक खोला जाएगा | श्रद्धालु अपनी सुविधा अनुसार दर्शनों का लाभ ले सकते हैं। सिर्फ 26 फरवरी दिन बुधवार को दिन में 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। श्रद्धालु बाहर से दर्शन कर सकेंगे। दर्शनों के लिए मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। श्रद्धालुओं द्वारा बांदरी में बिजली ऑफिस के पास स्थित हनुमान मंदिर से भगवान की शाही बारात भी निकाली जाएगी। जो हनुमान मंदिर बांदरी से शुरू होकर 3 किलोमीटर का पैदल सफर कर खैजरा धाम पहुंचेगी। शाही बारात 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे से निकलेगी। महोत्सव में हर बार की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उसको ध्यान में रखते हुए प्रसादी, पानी, पार्किंग, बेरिकेड्स आदि की व्यवस्था की गई है। पुलिस प्रशासन ने बताया है कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जा रही है। यहां पर मेला भी लगेगा। आप सबसे आग्रह है कि आप सब लोग इस आयोजन में पधारें। साथ ही अपने समाचार-पत्र, चैनल के माध्यम से जन-जन तक इस सूचना को प्रसारित करने का काम करें। धन्यवाद।
1904 में हुई धाम की स्थापना, 121 साल पुराने मंदिर को 2013 से मिला भव्य स्वरूप
खैजरा धाम दरबार की स्थापना सन 1904 में ब्रह्मलीन पंडित श्री हरप्रसाद तिवारी जी द्वारा कराई गई थी। उनके बाद ब्रह्मलीन पंडित श्री शिवराम तिवारी जी द्वारा संचालन किया गया। उनके बाद ब्रह्मलीन पंडित अमृत प्रसाद तिवारी जी द्वारा सन 2010 तक संचालन रहा। वर्तमान में पंडित महेश तिवारी वैद्यजी द्वारा देख रेख की जा रही है। यहां पर काल भैरव एवं महाकाल की स्थापना भी पहले से है। तब मंदिर का स्वरूप बेहद छोटा था। 2013 से मंदिर निर्माण केवल पुष्य नक्षत्र में कराकर उसको विकसित किया गया, उसके बाद वर्तमान स्वरूप सबके सामने है।
चार पीढ़ियों से यह व्यवस्था चल रही है। हमारे कुल देवता काल भैरव की कृपा से महाकाल मंदिर का भव्य विकास किया गया, जो की 121 वर्ष पुरानी परंपरा से चला आ रहा है। यह मंदिर केंद्र सरकार द्वारा ट्रस्ट के रूप में रजिस्टर्ड है। 2015 से जय महाकाल समिति द्वारा गैर सरकारी संगठन भी चलाया जा रहा है। जिसमें गोवंश की रक्षा सामाजिक कार्य एवं वैद्य परंपरा का निर्वाह किया जा रहा है। इस मंदिर में किसी प्रकार की वीआईपी व्यवस्था नहीं है और ना ही किसी प्रकार का शुल्क लगता है। स्वेच्छा से अभिषेक करने पर श्रद्धालुओं को ट्रस्ट की रसीद दी जाती है। विवाह होने पर निशुल्क व्यवस्था की जाती है। पानी, बिजली आदि की व्यवस्था स्वेच्छा से लोग दान कर सकते हैं। पत्रकारवार्ता में खैजरा धाम मंदिर के पुजारी हिमांशु व आदित्य तिवारी ,पंडित मनोज शुक्ला, पंडित मुकुल पुरोहित , पंडित पप्पू तिवारी, एडवोकेट कुंवर बीरेंद्र सिंह राजपूत, एडवोकेट दीपक पौराणिक, विशाल गुरु पटकुई,अनिल रैकवार, जयसिंह यादव, गुड्डा डायमंड, अभिषेक श्रीवास्तव,किशन राठौड़ ,जय सिंह यादव,गोलू श्रीवास्तव, भूपेंद्र विश्वकर्मा रिंकू गौर, जय खटीक, पुष्पेन्द्र हजारी, सुनील तिवारी आदि मौजूद रहे।