गढ़ाकोटा I राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार महेश कुमार शर्मा प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अजय सिंह जिला न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सागर के दिशा-निर्देशन में सोनल सिंह जादौन, व्यवहार न्यायाधीश/अध्यक्ष, तहसील विधिक सेवा समिति गढ़ाकोटा की अध्यक्षता में सोमवार को सरस्वती शिशु मंदिर हाई स्कूल गढाकोटा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में न्यायाधीश सोनल सिंह जादौन ने कहा कि कानून का पर्याप्त ज्ञान होने पर ही हम अपने अधिकार के लिये लड़ सकते है। हमें यदि शोषण करने वाले से बचना है, तो उसके लिये आधारभूत कानून का ज्ञान होना जरूरी है। विभिन्न प्रकार के आपराधिक कृत्यों का एक प्रमुख कारण मोबाईल ही है। साथ ही मोबाईल आदि इलेक्ट्रानिक उपकरणों का भी कम से कम उपयोग करना चाहिये। उन्होंने बच्चों को अपने जीवन में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद संबंधी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करने की बात की तथा बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने कार्य को तनावमुक्त होकर करना चाहिये।
अधिवक्ता संघ गढ़ाकोटा जमील कुरैशी ने जानकारी दी कि कानून से संबंधित किसी भी प्रकार की सहायता के लिये कार्यालय तहसील विधिक सेवा समिति में संपर्क स्थापित कर सकते है। शिविर प्रभारी सचिन साहू ने निःशुल्क विधिक सलाह एवं नेशनल लोक अदालत, मीडिएशन योजना अंतर्गत मध्यस्थता से होने वाले लाभ पर चर्चा करते हुये बताया कि मध्यस्थता प्रकरणों के निराकरण का सरल एवं सुलभ मार्ग है। उनके धन एवं समय की बचत होती है। कार्यक्रम में न्यायाधीश सोनल सिंह जादौन, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ गढाकोटा जमील कुरैशी, शिविर प्रभारी सचिन साहू, स्कूल के प्राचार्य संजय सिंह, दयाराम पटैल, दीनदयाल पटैल, राजेन्द्रनाथ साहू, गोविन्द सिंह एवं अन्य शिक्षकगण तथा विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।