सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों या फिर जिला अधिकारी की मेहरबानी, या विपक्षी दल के मौन होने के कारण,बहुत चर्चित बीएमओ एस.एस धुर्वे पर कार्यवाही क्यों नहीं
नरसिंहपुर/अंकित शुक्ला
नरसिंहपुरI जिले के बहुत चर्चित बीएमओ डॉक्टर एस एस धुर्वे गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ इन दोनों समाचारों की खूब सुर्खियों में है और लगातार गंभीर आरोप लग रहे हैं रोजाना कुछ ना कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर बीएमओ के कारनामे सामने आ रहे लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इन पर किसी प्रकार की कार्रवाई न करना जिला अधिकारी की मेहरबानी नजर आ रही है I सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदार्थ समस्त एएनएम महिला कर्मचारी एवं अन्य कर्मचारियों के साथ प्रताड़ित करने के साथ-साथ भ्रष्टाचार गवन एवं अन्य मामलों को लेकर महिला कर्मचारी एएनएम ने पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल को आवेदन के माध्यम से अवगत कराया था एवं बीएमओ को बदले जाने की मांग की थी जबकि जिले में दो दो कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद इन सभी मामलों पर अब तक ना तो जिला प्रशासन और ना ही स्थानीय सत्ता शासन में बैठे जनप्रतिनिधियों एवं विपक्ष में बैठे विपक्षी दलों ने अब तक इन अतिसम्वेदन शील मामलों पर संज्ञान ना लेना कहीं ना कहीं प्रश्न चिन्ह लगने के साथ-साथ अफसरशाही भी अपने फुल शबाब पर है I वहीं अब इस पूरे मामलों में कुछ जागरूक समाजसेवी एवं निडर निष्पक्ष पत्रकारों ने अपना कदम बढ़ाया है और जाकर जिला कलेक्टर शीतला पटले से मुलाकात करने के उपरांत बीएमओ पर लगे गंभीर आरोपों पर निष्पक्ष कार्यवाही करने हेतु मांग की है वही ज्ञापन में उल्लेखित कर बताया कि
- प्रिंट अखबार और सोशल मीडिया में खबरों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि गोटेगांव स्वास्थ्य विभाग में बहुत लापरवाही धांधली चल रही है जिस वजह से यह ज्ञापन आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैंI
- यह है कि प्रिंट अखबार के माध्यम से अवगत हुआ है कि गोटेगांव बीएमओ एस एस धुर्वे 10 I फर्जी सर्टिफिकेट जारी किया गया है,
- यह है कि एएनएम महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी गोटेगांव बीएमओ एस एस धुर्वे की शिकायत की है जिन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं जिसमें वित्तीय लेनदेन में की अनियमिताएं सामने आई है,
- यह है कि पूर्व में प्रसूता व नवजात की मौत का मामला, मुख्यमंत्री के नाम जिला अधिकारी सीएमएचओ को पीड़ित पति ने न्याय की गुहार लगाते हुए ज्ञापन सोपा थाI
यह है कि गोटेगांव बीएमओ को निलंबित कर निष्पक्ष जांच की जाए एवं जांच प्रक्रिया में हमें भी शामिल किया जाए इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजसेवी पत्रकारगण उपस्थित थे
