सागरI जिले के समस्त प्रगतिरत महत्वाकांक्षी निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ एवं निरंतर मॉनिटरिंग कर समय सीमा में पूर्ण किया जाए। ग्रीष्मकाल के दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की निरंतर उपलब्धता एवं आवश्यक होने पर परिवहन भी सुनिश्चित किया जाए। जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए स्थायी जलस्रोत का चिन्हांकन किया जाए एवं कंट्रोल रूम का गठन कर नंबर भी सार्वजनिक करें। संभागायुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने यह निर्देश शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई विभिन्न विभागों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक के अवसर पर दिए। उन्होंने मतगणना की तैयारियों की समीक्षा कर मतगणनाकर्मियों के प्रशिक्षण एवं अन्य जरूरी व्यवस्थाओं के संबंध में भी निर्देशित किया।
कमिश्नर डॉ. रावत ने कहा कि सभी राजस्व न्यायालयों के लंबित प्रकरण प्राथमिकता के साथ निराकृत करें। नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा के मामलों में अविलंब निराकरण सुनिश्चित हो। सीमांकन के समस्त आवेदनों को अनिवार्य रूप से रजिस्टर करें। समर्थन मूल्य पर उपार्जन कार्यों की समीक्षा के दौरान उपर्जित स्कंध और किसानों को भुगतान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने छात्रवृत्ति के प्रकरणों में विद्यार्थियों के घर-घर संपर्क कर शत प्रतिशत छात्रवृत्ति वितरण के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए।
सीएमएचओ से आगामी मानसून सीजन में वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम संबंधी तैयारियों के बारे में पूछा। इसके अलावा सभी नगरीय निकायों में बाढ़ की स्थिति में समय पूर्व आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए। बंद व चालू नल जल योजनाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारी से समस्याओं के निराकरण के लिए कहा। साथ ही पेयजल स्थिति की निरंतर मॉनीटरिंग के निर्देश भी दिए। पूर्ण नल जल योजनाओं के हैण्डओवर व मेंटेनेंस इत्यादि कार्यों की जानकारी ली।
संभागायुक्त ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को खाद्य प्रतिष्ठानों का सतत निरीक्षण कर लापरवाही पाए जाने पर कार्यवाही के निर्देश दिए। प्रयोगशाला जांच में अमानक स्तर का खाद्य सामग्री नमूना प्रमाणित पाए जाने पर जुर्माना राशि में बढ़ोत्तरी के लिए निर्देशित किया। उन्होंने गत दिवस जारी हुए बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों की समीक्षा भी की और नवीन शैक्षणिक सत्र में सभी शालाओं में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास कर परीक्षा परिणाम में सुधार के निर्देश दिए। खाद, बीज एवं उर्वरक की निरंतर पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए कहा। साथ ही अटल भू-जल एवं अमृत सरोवर के कार्यों सहित लोक निर्माण विभाग एवं पीआईयू के प्रमुख कार्यों की समीक्षा कर जिला अस्पताल के नवनिर्मित क्रिटिकल केयर यूनिट को तीन दिवस में शुरू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने वरिष्ठ कार्यालय एवं कमिश्नर कार्यालय की समस्त शिकायतों के समय-सीमा में निराकरण के संबंध में भी जरूरी निर्देश दिए। गत माह में संपन्न संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक के बिन्दुओं के संबंध में भी आवश्यक चर्चा की गई।
जवाबदावा प्रस्तुत करने में न बरतें लापरवाही
कमिश्नर ने कहा कि हाईकोर्ट के विभिन्न लंबित प्रकरणों में प्रभारी अधिकारी द्वारा गंभीरतापूर्वक समय पर जवाबदावा प्रस्तुत किया जाए। जवाब प्रस्तुत होने तक इसकी नियमित रूप से समीक्षा भी हो। उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी भी दी। उन्होंने विभागीय जांच के संबंध में नवीन पोर्टल की शुरूआत के बारे में अवगत कराया और सभी जिला अधिकारियों से समय पर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कर प्रकरणों की संख्या में कमी लाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर सुरेश कुमार, जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय, उपायुक्त राजस्व विनय द्विवेदी, अपर कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र, एसडीएम संजय नागवंशी, अतिरिक्त सीईओ अशोक चतुर्वेदी, परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार, तहसीलदार अखिलेश प्रजापति सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
