टी.बी. मुक्त भारत के तहत गर्भवती महिलाओं की गर्भावस्था में की जाने वाली सभी महत्वपूर्ण जाँचों के साथ टी.बी. की जाँच को भी अनिवार्य कर दिया गया है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के अंतर्गत 2024 तक प्रदेश को क्षय मुक्त करने समस्त गर्भवती का इलाज किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. ज्योति चौहान द्वारा स्त्रीरोग विशेषज्ञ, नर्सिंग स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि वह शत-प्रतिशत गर्भवती महिलाओं के खखार की जाँच सुनिश्चित करें। कोई भी गर्भवती महिला छूटना नहीं चाहिये । जाँच करवाने हेतु जिला चिकित्सालय सागर में डॉट सेंटर संचालन कर रही टी.बी.एच.बी. आरजू विश्वकर्मा, जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर सप्ताह के मंगलवार, शुक्रवार व रोशनी क्लीनिक दिवस (बुधवार) को हर गर्भवती महिला की खखार की जाँच प्रारंभ कर दी गई है ।
