सागर। पुलिस का काम केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि समाज के प्रति दया, संवेदना और सहयोग की भावना को जीवंत रखना भी होता है। थाना नरयावली, जिला सागर की पुलिस ने एक ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसने मानवता को फिर एक बार गौरवान्वित किया।
थाना प्रभारी कपिल लाक्षाकार एवं उनके सहयोगी हेड कांस्टेबल भरत एक दिन क्षेत्र भ्रमण पर ग्राम समोस जा रहे थे। मार्ग में उन्हें एक छात्रा बरसते हुए पानी में अकेले, भीगे हुए कपड़ों में पैदल स्कूल जाते हुए दिखी।
मानवता से प्रेरित होकर उन्होंने छात्रा को रोका और स्नेहपूर्वक कारण पूछा। छात्रा ने बताया कि वह प्रतिदिन ग्राम समोस से नरयावली स्कूल तक लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करती है क्योंकि उसके पास साइकिल नहीं है।
यह सुनकर दोनों पुलिसकर्मियों का दिल द्रवित हो गया। पहले तो उन्होंने छात्रा को अपनी गाड़ी से स्कूल छोड़ा, फिर उसी दिन लौटकर दोनों ने आधे-आधे पैसे मिलाकर एक नई साइकिल खरीदकर छात्रा को भेंट की — ताकि वह बारिश, धूप और कठिनाई में अब पैदल न चलकर साइकिल से आसानी से स्कूल आ-जा सके।
