वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि में बेहद शुभ दिन सोमवार को बड़ी संख्या में महिलाओं बच्चों बुजुर्गों युवाओं सहित श्रद्धालुगणों ने लाखा बंजारा झील किनारे गंगा आरती में शामिल होकर दीप दान किया और धर्म लाभ लिया। इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। खास बात ये है कि इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है, और लाखा बंजारा झील किनारे विट्ठल मंदिर घाट पर विशेष साज सज्जा के साथ गंगा आरती की जाती है। इस दिन गौतम बुद्ध की जयंती भी मनाई जाती है. ऐसे में यह दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी सह कार्यकारी निदेशक राजकुमार खत्री के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम, स्वच्छ भारत मिशन आदि अभियानों के तहत वातावरण को स्वच्छ बनाने, ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने की सामाजिक चेतना नागरिकों में लाने के उद्देश्य से यह गंगा आरती का आयोजन प्रति सोमवार किया जा रहा है। स्वच्छता के प्रति जन-जागरुकता लाने के उद्देश्य से अगस्त माह से प्रत्येक सोमवार को लगातार की जा रही गंगा आरती में विभिन्न वार्डों के नागरिकजन श्रद्धा एवं भक्तिभाव के साथ बड़ी संख्या में शामिल होकर धर्म लाभ ले रहे हैं। झील किनारे चकराघाट से गणेश घाट तक का क्षेत्र अनेक मंदिर एवं गंगा आरती के आयोजन से सागर नगर का सबसे बड़ा धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का केंद्र बन गया है। स्मार्ट सिटी सह कार्यकारी निदेशक एवं नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री के मार्गदर्शन में किए गये सौन्दर्यीकरण के कार्य एवं नवग्रह मंडपम के कारण झील का यह किनारा सागर में बाहर से आने वाले आगनतुकों व नागरिकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है इसलिए गंगा आरती के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।

इसके साथ ही गंगा आरती के अवसर पर नगर की प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए मंच प्रदान किया जा रहा है जो अपनी संस्कृति एवं कला का प्रदर्शन कर रहे हैं । वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि में बेहद शुभ दिन सोमवार को लाखा बंजारा झील किनारे गंगा आरती में शामिल श्रद्धालुओं हेतु दीप दान की विशेष व्यवस्था की गई लगभग 1000 आंटे के दीपक, छियोल के पत्ते से बने दोने और मोमबत्ती माचिस प्रदान कर दीप दान कराया गया, इस दिन स्नान, दान, पूजा-पाठ और दीप दान करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। गंगा आरती का आयोजन भी शहर में स्वच्छता सुंदरता,उन्नति और समृद्धि के उद्देश्य से किया जा रहा है ऐसे में सामूहिक दीपदान शहर की खुशहाली और समृद्धि को बढ़ाने में सहयोगी बनेगा। गंगा आरती में शहर के जो भी सम्माननीय नागरिकजन यजमान बनना चाहते हैं वे गंगा आरती के आधा घंटा पहले आरती स्थल चकराघाट पर संपर्क कर मुख्य यजमान बन सकते हैं ।