सागर। विश्व एवं राष्ट्र कल्याण की भावना से हो रहे बंडा स्थित श्री राम मंदिर मंडी प्रांगण में ब्रह्मलीन संत पंडित श्री देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी महाराज के कृपा पात्र केशव गिरी महाराज के पावन सानिध्य में तीन दिवसीय श्री पार्थिव शिवलिंग निर्माण महा रुद्राभिषेक एवं श्री शिव महापुराण सत्संग के प्रथम दिवस की पावन श्रृंखला में महाराज जी ने मंगलाचरण कर भगवान की अमृत मई कथा प्रारंभ की और कहा की इस कलिकाल में देहिक, दैविक,भौतिक इन तीन प्रकार की तपो से यदि बचाना है,तो भगवान शिव की आराधना करना पड़ेगी जो मनुष्य भगवान शिव की आराधना करता है उसका पुनर्जन्म नहीं होता पुनर्जन्मन विद्यते: क्योंकि भगवान शिव की आराधना करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है बाकी देवों की आराधना करने से धर्म,अर्थ,काम, की प्राप्ति होगी लेकिन मोक्ष तो भगवान शिव की शरण में ही प्राप्त होता है, मस्तक पर चंदन मुख से शिव का वंदन और माता-पिता का अर्चन ही मनुष्य को इस संसार में सफलता की ओर अग्रसर करता है।

कार्यक्रम समिति के सदस्य वीरेंद्र सिंह राजपूत एवं श्रीकांत शराफ ने बताया कि प्रातः 8:00 बजे से ही पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण प्रारंभ हो गया आरती शिवलिंगों के निर्माण होते समय हर हर महादेव,ओम नमः शिवाय के जयकारों से पूरा परिसर, पूरा क्षेत्र गूंजायमान होता रहा।यह पूरा क्षेत्र भगवान शिव के पूजन से धर्म मय हुआ, दोपहर 1:00 बजे शिव भगवान शिव का महा रुद्राभिषेक कराया गया महा रुद्राभिषेक उपरांत भगवान शिव के विसर्जन करते हुए आनंद की लहर पूरे क्षेत्र में फैल गई।

गाजे बाजे के साथ पार्थिव शिव को विसर्जन किया गया, अभिषेक गौर, भूपेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि इस पावन पुनीत शुभ अवसर पर, पूर्व विधायक नारायण प्रजापति, देवप्रशात ठाकुर, श्रीकांत सराफ, जाहर सिंह,भूपेन्द्र सिंह सिगघोनी अजीत सिंह परिहार, लोकेन्द्र सिंह लोधी, शुभम तिवारी गडर अभी कटारे सतीष यादव ,गोविंद ठाकुर सहावन ,राजा चौहान, जगदीश सिंह ,प्रदीप श्रीवास्तव सहित बडी संख्या मे महीला मंडल सहित शिव भक्त उपस्थित रहे।
