भारतीय नौसेना की परिचालन तैनाती के तहत भारतीय नौसेना के दो जहाज दिल्ली और शक्ति पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल राजेश धनखड़ की कमान में मलेशिया के कोटा किनाबालु पहुंचे। रॉयल मलेशियाई नौसेना और मलेशिया में भारतीय उच्चायोग द्वारा जहाजों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
पोर्ट कॉल के दौरान, भारतीय और मलेशियाई नौसेना कर्मी विषय वस्तु विशेषज्ञ विनिमय (एसएमईई) सत्र, योग, खेल कार्यक्रम और क्रॉस-डेक दौरों सहित पेशेवर बातचीत की एक विस्तृत श्रृंखला में शामिल होंगे, जिसका उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच मौजूदा आपसी सहयोग और समझ को और मजबूत करना है।
भारतीय नौसेना के जहाज, बंदरगाह यात्रा पूरा होने पर, रॉयल मलेशियाई नौसेना के जहाजों के साथ समुद्र में समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स)/पासेक्स में भी भाग लेंगे। इसका उद्देश्य मौजूदा आपसी सहयोग और समझ को और मजबूत करना है, जिसे हाल ही में संपन्न मिलन 2024 और युद्धाभ्यास समुद्र लक्ष्मण 2024 के दौरान दोहराया गया था।
कई कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से यह यात्रा दोनों समुद्री पड़ोसियों के बीच दीर्घकालिक मित्रता और सहयोग को और मजबूत करेगी। इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारतीय नौसेना के जहाजों की तैनाती भारत सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ और सागर नीतियों के प्रति भारतीय नौसेना की दृढ़ प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है।
आईएनएस दिल्ली पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित प्रोजेक्ट-15 क्लास गाइडेड मिसाइल विध्वंसक है और आईएनएस शक्ति एक फ्लीट सपोर्ट जहाज है, दोनों जहाज भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा हैं।