नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर जिले के नागरिकों से अपनी जन्म और कर्म भूमि के गौरव दिवस मनाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का आव्हान किया है । उन्होंने बताया कि सागर के तीन प्रमुख गौरव है, जिनका सम्मान हम गौरव दिवस 26 नवंबर को करेंगे। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में गौरव दिवस की तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सागर जिले कि विकास के लिए सागर के तीन गौरव है, जिनका सम्मान हम सभी को हमेशा करना चाहिए। इन तीन गौरव में सर्वप्रथम डॉ. हरिसिंह गौर जिन्होंने अपना सर्वस्व दान करके शिक्षा का मंदिर स्थापित किया, दूसरे दया की दृष्टि से लाखा बंजारा, जिन्होंने सब कुछ त्याग करके सागर को लाखा बंजारा झील दी। इसी कड़ी में विकास की दृष्टि की बात की जाए तो पूर्व कलेक्टर श्री बी.आर .नायडू, जिन्होंने न केवल लाखा बंजारा झील का जीर्णोद्धार करवाया वही ,सागर की जनता को हमेशा के लिए पेयजल संकट से उबारने के लिए सागर की लाइफ लाइन राजघाट का निर्माण कराया। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि देश में डॉ. हरि सिंह गौर से बड़ा दानी नहीं हुआ है। उनके योगदान को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा नैतिक दायित्व है। इस आयोजन के लिए नगरीय विकास विभाग ने 2 करोड़ रु .स्वीकृत किए हैं। सागर गौरव दिवस का पूरा खर्च मध्यप्रदेश सरकार भी उठा सकती है, लेकिन इस गैर राजनैतिक उत्सव को हम सागर की जनता का उत्सव बनाना चाहते हैं। इसके लिए आवश्यक है कि सभी को अपनी स्वेच्छा अनुसार जन सहयोग का अवसर मिले। बैठक में उपस्थित नगर के गणमान्य नागरिकों और जिले भर की संस्थाओं ने इस भावनात्मक आयोजन के लिए जनसहयोग के रूप में 42 लाख रुपए से अधिक की धनराशि एकत्रित की। उन्होंने कलेक्टर सभाकक्ष में बड़ी संख्या में आए सभी वर्गों के प्रतिनिधियों से कहा कि इस आयोजन में देश भर से ऐसे सभी प्रभावशाली व्यक्तित्वों को बुलाया जा रहा है जो डा.गौर साहब के सागर विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले और आज देश में ख्याति प्राप्त कर चुके हैं और उच्च पदों तक पहुंचे हैं। इन सभी सागर के गौरवों को समारोह में सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जी स्वयं भी सागर विश्वविद्यालय के दर्शनशास्र विभाग से पोस्ट ग्रेजुएट होकर निकले हैं। इसलिए वे छात्र जीवन से ही डा. गौर के विषय में पूरी जानकारी रखते हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की इच्छा थी कि डा. गौर की जयंती को ही सागर गौरव दिवस के रूप में भव्यता से मनाने की परंपरा डाली जाए। इस आयोजन में शामिल होने मुख्यमंत्री अपनी तमाम व्यस्तताओं को छोड़ कर सागर आ रहे हैं और तीन घंटे से ज्यादा समय वे आयोजन में रहेंगे। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने तीन दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा से उपस्थित सभी को अवगत कराया और बताया कि तीनबत्ती पर डा. गौर साहब की प्रतिमा के पास मंच होगा और कटरा पुलिस चौकी तक कुर्सियों पर बैठक व्यवस्था रहेगी। बीच में कई स्थानों पर एल. ई .डी .स्क्रीनों पर भी आयोजन को देखा जा सकेगा। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पूरी आयोजन समिति सागर के नागरिकों से अपील करती है कि सभी अपने परिवारों सहित कार्यक्रम में पधारें और सांस्कृतिक संध्या का आनंद लें। चूंकि डा.गौर के ऋणी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सागर का हर एक परिवार है, ऐसे महान दानी की जयंती के गौरव दिवस पर सभी सागरवासी अपने घरों में सजावट करें, रंगोली सजाएं दीपोत्सव मनाएं और इस दिवस को सागर की दीवाली का रूप दे दें।उन्होंने जानकारी दी कि दतिया का गौरव दिवस मां पीतांबरा के नाम पर मनाया गया था. उस समारोह में 5 लाख लोगों ने हिस्सा लिया। हम सागरवासियों को भी ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। बैठक को संबोधित करते हुए विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि सागर गौरव दिवस के समारोह को जन- जन का कार्यक्रम बनाना है। इस आयोजन को सागर नगर की सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा बनाना है। महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी ने कहा कि बुंदेलखंड की किस्मत लिखने वाले हमारे डा. गौर बब्बा की जयंती को अभूतपूर्व रूप से मनाने की व्यापक तैयारियां जोरों पर हैं। समापन पर आभार विधायक प्रदीप लारिया ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर सांसद राजबहादुर सिंह, विधायक शैलेंद्र जैन, विधायक प्रदीप लारिया, महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी, कलेक्टर दीपक आर्य, नगर निगम कमिश्नर चंद्रशेखर शुक्ला, अनुविभागीय अधिकारी सपना त्रिपाठी एवं जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
