काफी अटकलों के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है । बीजेपी ने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना है। बताया जा रहा है कि स्वंय शिवराज सिंह चौहान ने सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा था। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं और उन्हें संघ का करीबी माना जाता है ।
मोहन यादव का राजनीतिक करियर
मोहन यादव ने अपना राजनीतिक करियर 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल होकर किया। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य भी रहे। साथ ही वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे हैं। 2011 से 2013 तक वह राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे।
वह शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे। वह 2013 में पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने दूसरी बार उज्जैन दक्षिण सीट से चुनाव जीता। 2020 में शिवराज सरकार के दोबारा बनने के बाद जुलाई में उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया था। 2020 को शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली।

कौन हैं मोहन यादव?
मोहन यादव ने छात्र नेता के तौर पर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रख दिया था। वह1982 में वे माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव और 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने वर्ष 1984 मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 मे विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली।
इस बार 12 हजार वोटों से जीत

मोहन यादव मध्य प्रदेश की उज्जैन दक्षिण सीट से लगातार तीन बार चुनाव जीत चुके हैंI उन्होंने उज्जैन दक्षिण सीट से हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव को 12 हजार 941 वोटों से हराया I
