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सागर। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के मार्गदर्शन में उन्नत अनुसंधान केंद्र (सीएआर) में कन्फोकल लेजर स्कैनिंग माइक्रोस्कोप (सी एल एस एम) पर एक दिवसीय हैंड्स ऑन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें चुनिंदा 13 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. डॉ. विवेक कुमार पांडे (प्रभारी, सीएआर) ने सत्र की शुरुआत की और ऐसे कार्यक्रमों के महत्व के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी. उन्नत अनुसंधान केंद्र की मुख्य समन्वयक प्रो. श्वेता यादव ने केंद्र के संक्षिप्त परिचय के साथ ऐसे कार्यक्रमों के महत्व के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी. उन्होंने विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाली आगामी कार्यशालाओं की भी जानकारी दी और प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के लिए शुभकामनाएं दीं. व्याख्यान सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. अर्चिता सिंह ने बताया सी एल एस एम एक शक्तिशाली इमेजिंग तकनीक है, जिसका उपयोग जीवविज्ञान, नैनोटेक्नोलॉजी और मटेरियल साइंस जैसे क्षेत्रों में किया जाता है. पारंपरिक लाइट माइक्रोस्कोप के विपरीत, सी एल एस एम लेजर लाइट और पिनहोल का उपयोग करके केवल एक बिंदु पर ध्यान केंद्रित करता है और प्रत्येक परत से चित्र कैप्चर करता है. इससे शोधकर्ताओं को नमूने के तीन आयामी चित्र प्राप्त करने में मदद मिलती है. जीवित कोशिकाओं और ऊतकों का अध्ययन करते समय शोधकर्ताओं को कोशिकाओं के अंदर की गतिविधियों जैसे प्रोटीन का स्थान और जीन अभिव्यक्ति को वास्तविक समय में देखने की सुविधा देता है. सामग्री विज्ञान में नैनोमैटेरियल्स, कोटिंग्स और पतली परतों का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है. इस तकनीक के माध्यम से शोधकर्ता इन सामग्रियों की सतह परिष्करण, दोष, और परतों का विश्लेषण कर सकते हैं.
हैंड्स ऑन सत्र शिवप्रकाश सोलंकी, आशीष चढ़ार द्वारा सी एल एस एम के हार्डवेयर भाग और इसके सहायक उपकरणों के संक्षिप्त परिचय के साथ शुरू हुआ. विभिन्न पृष्ठभूमि से सैम्पल तैयार करने पर विशेष जोर दिया गया. प्रतिभागियों को सैम्पल तैयार करने, उसके विश्लेषण से लेकर डेटा व्याख्या तक की पूरी जानकारी प्रदान की गई. डॉ. अर्चिता सिंह ने प्रतिभागियों की रुचि के क्षेत्र से संबंधित प्रश्नों पर विचार किया एवं उनका उत्तर दिया. सैम्पल तैयार करने के लिए प्रतिभागियों को समूहों में विभाजित किया गया था. प्रत्येक समूह ने सैम्पल तैयार किया और अपने सैम्पल का विश्लेषण किया.
प्रतिभागियों द्वारा सी एल एस एम पर संपूर्ण व्यावहारिक सत्र सीएआर तकनीकी टीम के डॉ. विवेक कुमार पांडे, श्री शिवप्रकाश सोलंकी, श्री सौरभ साह, श्री आशीष चढ़ार, श्री अरविंद चडार, श्री चंद्रप्रकाश सैनी और श्री प्रद्युम्न नामदेव की तकनीकी देखरेख में आयोजित किया गया.


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