सागर। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के स्थापना काल 1946 में आरम्भ हुये विश्वविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग के पुरा विद्यार्थियों के प्रथम समागम (एल्यूमिनी मीट) संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि सत्तर के दशक में विभाग के विद्यार्थी, नागपुर विश्वविद्यालय एवं मैरीटाइम यूनिवर्सिटी चेन्नई के पूर्व प्रो-वाइसचांसलर रहे प्रोफेसर जी. एस. पाराशर थे। उन्होंने आज परंपरागत शिक्षा के साथ व्यवहारिक ज्ञान की आवश्यकता पर बल दिया। आपने कहा कि जीव विज्ञान विभाग, सैरी कल्चर, फिशरीज जैसे विषय आरम्भ कर विभाग को गांव-किसान से जोड़े। अपने गुरु, जाने माने कीट विज्ञानी दिवंगत प्रो. आर.एस. सैनी का स्मरण करते हुए आपने उनकी स्मृति को जीवंत बनाये रखने हेतु व्याख्यान माला आरम्भ करने का प्रस्ताव दिया। उन्नीस सौ साठ के दशक में विद्यार्थी रहे पूर्व विभाग अध्यक्ष, प्रो. डी पी गुप्ता ने अपने अनुभव साझा करते हुए एल्युमिनी मीट की सराहना की। कुलपति प्रतिनिधि प्रो वाय एस ठाकुर ने आगंतुकों से विश्वविद्यालय एल्युमिनी एसोसिएशन के सदस्यता ग्रहण करने हेतु आव्हान किया। एल्युमिनी मीट की संयोजक प्रो.वर्षा शर्मा ने विभागीय इतिहास पर प्रकाश डाला साथ ही अतिथि परिचय देते हुए बताया कि सागर में अध्ययन काल के बाद डॉक्टर पाराशर नागपुर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर नियुक्त हुए। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के जर्नल्स में उनके अनेक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। 65 विद्यार्थी उनके सफल निर्देशन में पी-एच डी उपाधि हासिल कर चुके हैं। विभागाध्यक्ष प्रो श्वेता यादव ने विभागीय गतिविधियों का ब्यौरा दिया। आयोजन सचिव डॉक्टर पायल महोबिया ने स्वागत भाषण दिया और नवागत नव-नियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर को सभा से परिचित कराया। कार्यक्रम में साठ के दशक में विद्यार्थी प्रो. स्मिता बैनर्जी, सत्तर के दशक के विद्यार्थी रहे प्रो. यू.एस. गुप्ता,अस्सी के दशक के विद्यार्थी रही विश्वविद्यालय की पूर्व प्रभारी कुलपति प्रो. जे. डी. आही, इसी दशक में विभाग के छात्र रहे प्रो. सुबोध जैन ने उदगार व्यक्त किए और संस्मरण साझा किए। समारोह का संचालन मनीषा नाहर ने किया और शिखा दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विभागीय विद्यार्थियों द्वारा भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। छात्रा आमया ने दक्षिण भारत का नृत्य, ख़ुशी मीणा ने राजस्थानी, रघुवीर ने मिमिक्री और अदिति सराफ़ ने वालीवुड की सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में उन्नीस सौ नब्बे से दो हज़ार चौबीस तक के विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की इनमें पुष्पलता, राममनोहर, मुकेश, रविन्द्रपाल, नमिता जैन, रोशनी, आमिर ख़ान आदि शामिल थे। सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न, पौधा और वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस प्रथम एल्यूमिनी मीट में विभाग के दिवंगत प्रोफेसर एच एन भार्गव, आरएस सैनी, आर के श्रीवास्तव, वी एस बैस, एच के सक्सेना, डी डी सोनी, बी के श्रीवास्तव, वाय एन सहाय, मेडम एस सहाय को श्रद्धांजलि दी गई। राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
