महिलाएं समाज की आधारशिला हैं, इसलिए इनका स्वस्थ रहना आवश्यक है- कुलपति
सागर। डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में महिला स्वास्थ्य पर केंद्रित विशेष चिकित्सकीय परीक्षण शिविर का आयोजन विश्वविद्यालय के महिला कर्मचारियों, अधिकारियों, शिक्षकों, छात्राओं एवं शोधार्थियों के लिए सुबह 11 बजे अभिमंच सभागार में आयोजित किया गया । इस अवसर पर विवि में आधुनिक मशीनों से युक्त कार्डियक हेल्थ यूनिट का भी उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की पूर्व सदस्य एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की महिला कार्य प्रमुख शोभा पैठणकर थीं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि महिला स्वास्थ्य को लेकर विश्वविद्यालय सदैव सचेत रहा है। आम तौर पर महिलाओं के स्वास्थ्य की अनदेखी हो जाती है । महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से जागरूक रहना चाहिए । उनसे जुडी हुई शारीरिक और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण जागरूकता के अभाव में समस्या बढ़ जाती है । उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की आधारशिला हैं इसलिए उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी हम सबकी है. ईसीजी मशीन की शुरुआत पर उन्होंने कहा की विवि लगातार अपने स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएँ बढ़ा रहा है । जल्द ही एक नया स्वास्थ्य केंद्र का भवन बन जाएगा जिसमें आने वाले समय में और अधिक सुविधाएं होंगी । विवि परिवार के सदस्यों के लिए यदि उनके घर में कोई वरिष्ठ जन हैं तो उनके लिए ईसीजी मशीन से घर पर भी जांच उपलब्ध कराई जायेगी ।
विशिष्ट अतिथि शोभा पैठणकर ने कहा कि महिला परिवार का केंद्र होती है। सृजन की शक्ति केवल महिलाओं के पास है। महिलाओं के कल्याण का मतलब समाज का कल्याण करना है। सभी क्षेत्रों में महिला नेतृत्व बढ़ रहा है लेकिन अभी भी बहुत कम संख्या है. महिलाओं के स्वास्थ्य की दिशा में कार्य करते हुए आज का यह शिविर और यह कार्यक्रम अभिनंदनीय है ।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. अभिषेक कुमार जैन ने शरीर में विटामिन डी की कमी, इससे होने वाले दुष्प्रभाव और इसके घरेलू उपायों के बारे में जानकारी दी । उन्होंने कहा कि सूर्य के प्रकाश की इसमें बड़ी भूमिका है जो विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत है । उन्होंने भर सरकार के ऐप टेली मानस के बारे में भी जानकारी प्रदान की । डॉ. किरण माहेश्वरी ने महिलाओं के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए पीसीओडी, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पोषण, बचाव और कई जांचों की जानकारी दी । उन्होंने महिलाओं से सम्बंधित विभिन्न रोगों के लक्षणों के बारे में भी बताया ।
शिविर में कुल 400 से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए थे. जिसमें 136 लोगों ने लिवर फाइब्रोस्कैन, 122 लोगों ने ईसीजी, 180 लोगों ब्लड शुगर, 230 लोगों ने हीमोग्लोबिन, 51 लोगों ने थायराइड , 67 लोगों ने लिपिड प्रोफाइल एवं 53 लोगों ने एचबीएवनसी की जांच कराई. 200 से अधिक लोगों का रक्तचाप परीक्षण किया गया । सभी को जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। इस अवसर पर प्रो.वाय एस ठाकुर, प्रो. नवीन कानगो, प्रो. चंदा बेन, प्रो. डी. के नेमा, प्रो. यु.के. पाटिल, प्रो. स्वेता यादव, प्रो. अजीत जायसवाल, प्रो. राजेंद्र यादव, प्रो. ऋतू यादव, चिकित्सक डॉ. भूपेंद्र पटेल, कुलसचिव डॉ. एस.पी. उपाध्याय सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे ।
