सागर। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर आज जिला अस्पताल सागर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी रहीं। उन्होंने महिलाओं में बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
सिविल सर्जन डॉ. आर.एस. जयंत ने अपने उद्बोधन में जीवन के महत्व पर प्रकाश डाला और यह बताया कि कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों से कैसे मजबूती के साथ निपटा जा सकता है।

डॉ. संजय प्रसाद, मनोचिकित्सक, बुण्देलखंड मेडिकल कॉलेज सागर ने आत्महत्या की रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में बीएमसी के मेडिकल विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें आत्महत्या रोकथाम का संदेश प्रभावी रूप से दिया गया। साथ ही बीएमसी नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लेकर जनजागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया। इस अवसर पर डॉ. आदित्य दुबे, नोडल अधिकारी, मानकश सागर ने उपस्थित जनों को टेली-मैनस हेल्पलाइन और “मैनहित” ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. वशिष्ठ सेल्वन ने आत्महत्या रोकथाम में मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेपों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। वहीं, नर्सिंग अधिकारी ममता सैनी ने भी आत्महत्या रोकथाम पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में चिकित्सक, नर्सिंग अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।