तापमान मे काफी गिरावट के कारण शीत लहर का चलना प्रारंभ हो गया है जिसको देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे ने शीतघात व शीत लहर को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतने की आम नागरिकों से अपील की है। उन्होने बताया कि शीत ऋतु में वातावरण का तापमान अत्यधिक कम होने पर शीत लहर का चलना प्रारंभ हो जाता है। जिसके कारण मानव स्वास्थ्य पर अनेक विपरित प्रभाव जैसे सर्दी जुकाम, बुखार, निमोनिया, त्वचा रोग, फेफड़ों में संक्रमण, हाईपोथर्मिया, अस्थमा, एलर्जी होने की आशंका बनी रहती है।
प्रभावी शीत लहर से बचने के लिए गर्म एवं ऐसे कपड़े जिनमें कपड़ों की कई परतें होती है वह शीत लहर से बचाव के लिए अत्यधिक प्रभावी होते है। रजाई, कंबल, स्वेटर, गर्म कपडों का उपयोग किया जाना चाहिए एवं मफलर, आवरण युक्त जलरोधी जूतों का उपयोग किया जाना चाहिए।
इस संबंध में जन जागरूकता के लिए मैदानी स्तर पर आशा, आशा सुपरवाईजर्स, एएनएम, एमपीडब्ल्यू को जन जागरूकता के लिए निर्देशित करने सिविल सर्जन तथा समस्त विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया हैI