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सागर। मलेरिया कार्यालय सागर में सांसद लता वानखेड़े, क्षेत्रीय संचालक डॉ नीना गिडियन एवं सीएमएचओ डॉ ममता तीमोरी एवं डॉक्टर देवेश पटेरिया मलेरिया अधिकारी के द्वारा मलेरिया रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, मलेरिया बीमारी से बचाव हेतु रथ मलेरिया प्रभावित ग्रामों एवं सभी विकासखंडों में आज से 25 जून तक मलेरिया के प्रति जन जागरूकता, मलेरिया के लक्षण एवं मलेरिया से बचाव हेतु घूम घूमकर माइकिंग करेगा। 

इस अवसर पर विभाग से मलेरिया अधिकारी देवेश पटेरिया,   सहायक मलेरिया अधिकारी राज बहादुर,  मलेरिया सुपरवाइजर विशाखा रोहित एवं राम कुमार तिवारी,  प्रभारी MI शेषनारायण गौतम, रेखा अहिरवार एवं आशा सुपरवाइजर दर्शना, आशा कार्यकर्ता हरिबाई कुर्मी, पार्वती कुर्मी,  भवानी राठौर  उपस्थित रहे। 

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. देवेश पटेरिया ने बताया कि मलेरिया रथ का मुख्य उद्देश्य  कि मलेरिया बीमारी से लोगों को जागरूक कर एवं उनकी जान की रक्षा करना यह रथ मलेरिया जैसी गंभीर बीमारी की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने, उसके निवारण और नियंत्रण के लिए रवाना किया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष विश्व मलेरिया दिवस मनाने का उद्देश्य मलेरिया को नियंत्रित करने के विश्वव्यापी प्रयासों को मान्यता देता है। विश्व स्तर पर कुल 106 देशों में 3.3 विलियन लोगों को मलेरिया का खतरा होता है। मलेरिया एक खतरनाक बीमारी है विकासशील देशों में मलेरिया कई मरीजों के लिए मौत का पैगाम लेकर सामने आता है मच्छरों के कारण फैलने वाली इस बीमारी में हर साल कई लाख लोग जान गवां देते हैं, इसका प्रमुख वाहक मादा एनाफिलीज मच्छर होते हैं जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संक्रमण फैला देते हैं।

उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में दो प्रकार का मलेरिया पाया जाता है पहला प्लाजमोडियम वायवेक्स एवं दूसरा प्लाजमोडियम फैल्सीफेरम जिसमें फैल्सीफेरम मलेरिया काफी घातक होता है जिसका समय से ईलाज न किया जाए तो रोगी की मृत्यु हो सकती है। भारत में प्रधानमंत्री के सार्थक प्रयासों से 2030 तक मलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है, जबकि साल 2027 तक पूरे देश को मलेरिया मुक्त बनाया जाएगा इसके लिए शासन स्तर से कई गतिविधियां जारी हैं।

मलेरिया के लक्षण

एक निश्चित अंतराल से रोज एक निश्चित समय पर मरीज को बुखार आता है सिर दर्द और मितली आने के साथ साथ ठंड लगने के दौरे प्रमुख हैं मरीज को हाथ पैरों में दर्द के साथ कमजारी महसूस होती है।

मलेरिया से बचाव

सबसे अच्छा उपाय है कि मच्छरदानी में सोना और घर के आस पास रूके हुए पानी से छुटकारा पाना, इसके अलावा रूके हुए पानी में मि‌ट्टी का तेल या जले हुए ऑयल का सप्ताहिक छिड़काव करना। घर के खिड़की दरवाजों पर मच्छर जाली लगवाना। कुल मिलाकर हर प्रकार से आपने आप को मच्छरों के काटने से बचाव करना। बुखार आने पर ग्राम की आशा कार्यकर्ता या शासकीय अस्पताल में निःशुल्क मलेरिया जांच शीघ्रता से करवाना चाहिए।


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