शांतिकाल में नागरिक सुरक्षा की जानकारी रहने से युद्ध काल में कम जन हानि होती है – संतोष शर्मा
सागर ।शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर में अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय के निर्देशन एवं आरती यादव संयुक्त कलेक्टर के मार्गदर्शन में सिविल डिफेंस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।जिले के सभी पंचायतों को नागरिक सुरक्षा के उपायों और आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक करना और उन्हें प्रशिक्षित किया गया। समन्वय डॉ जीएस रोहित प्राचार्य ने किया।
सिविल डिफेंस के प्रशिक्षण में होमगार्ड से संतोष शर्मा, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट ने प्रशिक्षण देते हुए कहा की शांति काल में नागरिक सुरक्षा की जानकारी रहने से युद्ध काल में कम जनहानि होती है। प्रशिक्षण होने से कम से कम शक्ति से अधिक से अधिक नुकसान को बचाने का कार्य नागरिक सुरक्षा के अंतर्गत किया जाता है। नागरिकों को घबराहट से बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा के अधिकारी कार्य करते हैं। आपने सिविल डिफेंस का परिचय और उद्देश्य के बारे में सिविल डिफेंस के महत्व और आपदाओं के दौरान इसकी भूमिका के बारे में भी जानकारी दी।
विभिन्न प्रकार की आपदाएँ: प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं, जैसे भूकंप, बाढ़, आग और दुर्घटनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
प्राथमिक चिकित्सा: आपदा की स्थिति में घायल लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने का प्रशिक्षण दिया गया।
अग्नि सुरक्षा: आग लगने की स्थिति में बचाव और अग्निशमन के तरीकों के बारे में बताया गया।खोज और बचाव: आपदा में फंसे लोगों को खोजने और उन्हें सुरक्षित निकालने के तरीकों का प्रदर्शन किया गया।
विभिन्न प्रकार से बचाव के उपाय, घायल व्यक्तियों को उठाने एवं सुरक्षित ले जाने के विभिन्न तरीकों का डेमो दिया गया। आपदा प्रबंधन: आपदा के दौरान समन्वय और राहत कार्यों के संचालन के बारे में जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण में विभिन्न महाविद्यालय के छात्रों एवं प्रोफेसर ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर, डा जय नारायण यादव,आनंद मंगल बोहरे, मनीष माहौर एवं मुकेश पटेल उपस्थित रहे।
इस प्रशिक्षण में छात्रों ने प्रशिक्षकों से प्रश्न पूछे और विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
कल्याण समिति के कार्यों के बारे में नगरीय निकाय के महत्व एवं कार्यों को भी समझाया गया। नगरीय निकाय सागर, मकरोनिया, खुरई, आदि के कर्मचारी भी इस प्रशिक्षण में उपस्थित रहे।महाविद्यालय के प्रोफेसर एवं मास्टर ट्रेनर डॉ अमर कुमार जैन ने कहा वर्तमान समय में कही कहीं सोशल मीडिया समाज के बीच संबंधों में जहर खोलने का भी काम करता है तथा ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके द्वारा फैलाई जा रहे झूठ को भी उजागर करने का काम नागरिक सुरक्षा के अंतर्गत किया जाता है । आनंद मंगल बोहरे ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से समाज को न केवल आपदाओं से निपटने के लिए तैयार करता है, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने में भी मदद करता है। प्रशिक्षण निश्चित रूप से छात्रों एवं आम नागरिकों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगा और उन्हें किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करने में सक्षम बनाएगा।