लिटिल क्रैडिट फाईनेंस लिमिटेड के नाम से एक सप्ताह पहले ही खुला था ऑफिस। रातों रात बंद कर भागे जालसाज
छतरपुर/विन्द्रावन विश्वकर्मा
छतरपुर। घुवारा नगर समेत तहसील घुवारा अंतर्गत आने वाले करीब एक दर्जन गांव के सैकड़ों लोगों के साथ एक फर्जी प्राइवेट कंपनी के लोगों के द्वारा गांव के लोगों को लोन का लालच देने के नाम पर लाखों रुपए ठगी करने का सनसनी खेज मामला सामने आया है।मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे नगर के पुलिस उपथाना परिसर में करीब आधा सैकड़ा लोगों के अचानक से पहुंचने और रुपए वापिस दिलाने के नाम पर चींख पुकार करने से हड़कंप मच गया।वहीं ठगी का शिकार हुए लोगों ने सामूहिक रूप से पुलिस को शिकायती आवेदन देते हुए कम्पनी के उन जालसाजों को पकड़कर रुपए वापिस दिलाने के साथ न्याय की गुहार लगाई है।
नगर में एक सप्ताह पहले ही खुला था ऑफिस,रातों रात बंद कर जालसाज भागे
लोन के नाम पर ठगी का शिकार हुए लोगों ने जानकारी देते बताया कि नगर घुवारा के टीकमगढ़ रोड़ स्थित प्यासी फिलिंग स्टेशन के सामने एकांत में बने राजेंद्र उर्फ राजू सिंह के निजी मकान में करीब एक सप्ताह पहले 18 जून को लिटिल क्रेडिट फाईनेंस लिमिडेट के नाम का बैनर लगाकर ऑफिस खोला था।इस कम्पनी के दो लोग एक कमलेश रावत जो लोन ऑफिसर की भूमिका में तथा दूसरा रोहित कुमार ए वी एम के पद आई डाल कर आसपास के ग्रामीण इलाकों में लोगों 45 हजार और 50 हजार का लोन देने की बात करते थे।जिसके पहले जो व्यक्ति लोन लेगा उसे पहले 2880 रुपए का बीमा करना पड़ेगा उसके बाद एक सप्ताह में हितग्राही के खाते में लोन की राशि क्रेडिट की जायेगी।जिसकी अदायगी 50हजार रूपए लोन लेने वालों को 2645 रुपए हर माह किस्त के रूप में जमा करने पड़ेंगे।जिसकी कुल अवधि 22 माह तक जमा करने का बताते थे।इसी प्रलोभन में गांव के भोले भाले लोग जालसाजों के चंगुल में फसते गए और यह संख्या सैकड़ों लोगों की हो गई।जब इन हितग्राहियों के खातों में बुधवार की दोपहर 12 बजे लोन के रुपए आने की बारी आई तो उससे पहले ही मंगलवार की रात्रि जालसाजों ने रुपए पैसा इकट्ठा कर बोरिया बिस्तर बांध फोन बंद करके भाग गए।
करीब एक दर्जन गांवों के सैकड़ों लोगों को बनाया ठगी का शिकार
आपको बता दें कि उक्त फर्जी कंपनी के इन जालसाजों ने अपनी जालसाजी का शिकार करीबन एक दर्जन गावों के सैकड़ों लोगों बनाया है