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कल्चुरी कांट्रेक्टर लिमिटेड एवं मेसर्स इनक्यूबेशन मास्टर्स(IM) प्राइवेट लिमिटेड कर रही थी सेंटर का मैनेजमेंट

सागर I स्पार्क इनक्यूबेशन सेंटर मैनेजमेंट एजेंसी कल्चुरी कांट्रेक्टर लिमिटेड एवं मेसर्स इनक्यूबेशन मास्टर्स(IM) प्राइवेट लिमिटेड को बार बार नोटिस देने के बाबजूद टेंडर शर्तानुसार परिणाम न दे पाने पर निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ राजकुमार खत्री के निर्देशानुसार सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा टर्मिनेट किया गया।

सागर शहर सहित समूचे बुंदेलखंड में बड़ी संख्या में स्टार्टअप्स एवं नवउद्यमी तैयार कर युवाओं को रोजगार से जोड़ने व आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा स्पार्क इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। इस सेंटर के कुशल संचालन हेतु अत्याधुनिक सुविधाओं सहित इनक्यूबेशन सेंटर बिल्डिंग का निर्माण किया गया और स्पार्क इनक्यूबेशन सेंटर के संचालन का जिम्मा टेंडर प्रक्रिया में चयनित एजेंसी कल्चुरी कांट्रेक्टर लिमिटेड एवं मेसर्स इनक्यूबेशन मास्टर्स(IM) प्राइवेट लिमिटेड को दी गई थी। उक्त एजेंसी द्वारा टेंडर की शर्त अनुसार निर्धारित समय में सागर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों एवं अन्य संस्थानों के साथ एमओएम शाइन करने, नीयमित हैकाथॉन, बूटकेम्प आदि इवेंट करने के साथ-साथ युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में स्टार्टअप्स के प्रति जागरूक करते हुए इनक्यूबेशन सेंटर से जोड़ने हेतु कुशल प्रशिक्षित टीम परियोजना स्थल पर सदैव उपलब्ध कराने आदि कार्य करने थे। और एक निर्धारित संख्या में नये स्टार्टअप्स को तैयार करना था।

उक्त कार्यों में लापरवाही पाये जाने पर संचालनकर्ता एजेंसी को सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नोटिस जारी किये गये। बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी एजेंसी की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ। उक्त एजेंसी के अंतर्गत कार्यरत टीम के प्रोजेक्ट इंचार्ज एवं महिला सदस्यों द्वारा भी स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को  शिकायत कर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया गया की एजेंसी द्वारा उन्हें सागर में स्टार्टअप वातावरण तैयार करने हेतु सहयोग नहीं दिया जा रहा है न ही इवेंट करने हेतु फंड दिया जाता है और न ही समय पर सैलरी दी जाती है एजेंसी के हेडक्वार्टर में कार्यरत मैनेजमेंट से बात करने पर नौकरी से हटाने हेतु धमकाया जाता है। जिससे स्पार्क इनक्यूबेशन सेंटर की कार्यशैली प्रभावित हो रही है और सकारात्मक परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। कल्चुरी कांट्रेक्टर लिमिटेड एवं मेसर्स इनक्यूबेशन मास्टर्स(IM) प्राइवेट लिमिटेड का  यह रवैया देखते हुए पाया गया की उक्त एजेंसी स्पार्क इनक्यूबेशन सेंटर के कुशल संचालन में रूचि नहीं ले रही है और टेंडर शर्त अनुसार स्पार्क इनक्यूबेशन सेंटर के परिणाम  प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं।


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