जनतंत्र सेतु न्यूज़।सागर
मिलेट्स मिशन योजना अन्तर्गत दिनांक 28 एवं 29 अप्रैल 2025 को जिला स्तरीय दो दिवसीय मिलेट्स फूड फेस्टिवल सह कृषि मेला 2025 का आयोजन महाकवि कालिदास पद्माकर सभागार सागर मैं किसान कल्याण तथा कृषि विकास द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ खादद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत जी करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद महोदया डॉ. लता वानखेडे करेंगी। कार्यक्रम में मिलेट्स फसल मुख्यतः ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी, रांगी जैसी अन्य फसलें एवं उनसे बनने वाले उत्पाद का जीवन्त प्रदर्शन किया जावेगा। जिस हेतु मण्डला, बालाघाट (चावल मिलेट्स कोदो कुटकी, रागी, ज्वार, बाजरा, सरसों, अलसी), सिवनी (चावल मिलेट्स कोदो कुटकी, रागी, महुआ राब, देसी, मक्का, ज्वार) तथा जबलपुर (चावल मिलेट्स कोदो कुटकी, रागी, महुआ राब, देसी, मक्का, ज्वार) से स्व. सहायता समूहों एवं एफ.पी.ओ. के कृषकों की सहभागीता रहेगी। जिसमें बालाघाट से गढी एवं लालवरी के चिन्नौर उत्पादक किसान संगठनों द्वारा मिलेट्स उत्पाद के साथ ही चावल की विभिन्न किस्मों की प्रदर्शनी लगाई जावेगी। कार्यक्रम में मिलेट्स उपयोगी फसों के प्रमुख वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया गया है। जिसमें जवाहर लाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर से डॉ. एस.एस. शुक्ला विभागाध्यक्ष, फूड साइस जबलपुर, के द्वारा खाट्य प्रसंस्करण एवं मूल संवर्धन के संबंध में, डॉ. एस. बी. अग्रवाल वरिष्ठ वैज्ञानिक जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के द्वारा फसलों में पोषक तत्वों का महत्व के संबंध में डॉ. एस.एन. श्रीवास्तव सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक जबलपुर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के द्वारा लघु धान्य फसलों की महत्व आदि विषयों पर मिलेट्स फसलों पर वैज्ञानिक परिचर्चा आयोजित की जावेगी। इसके अतिरिक्त मध्यभारत कन्सोर्टियम ऑफ फार्मर प्रोड्यूसर क.लि. भोपाल द्वारा कृषकों में वैल्यू एडिशन मार्केटिंग/ ब्रांडिंग & फार्मर ट्रेडिंग पर चर्चा की जावेगी। इसके साथ ही मेले में विभिन्न प्रकार की कृषि मशीनरी की भी प्रदर्शनी लगाई जा रही है। जिसमें किसान भाईयों को पराली न जलाने के उपाय के संदर्भ में अवगत कराया जावेगा। जिसमे सुपर सीडर मशीन, हैप्पी सीडर मशीन, स्ट्रारीपर मशीन एवं रोटो सेलर आदि नवीन तकनीकी युक्त मशीने मुख्य रूप से शामिल है। जिले में उपसंचालक कृषि द्वारा किसान भाईयों से अपील की जा रही है, कि अधिक से अधिक संख्या में उक्त मेलों में आग लेकर विभिन्न प्रकार की लाभकारी स्कीम से लाभान्वित हो।