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कुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में कराएं भर्ती; प्रारंभिक शिक्षा के लिए आंगनवाडी को करें और सशक्त – संभाग आयुक्त डॉ. रावत

महिला बाल विकास की संभागीय समीक्षा बैठक संपन्न

सागर । 31 मार्च तक लक्ष्य पूरा न करने वाले अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी एवं कुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए कुशल पुनर्वास केंद्र में कराएं भर्ती साथ ही प्रारंभिक शिक्षा के लिए आंगनवाडी केंद्रों को और सशक्त बनाए। उक्त निर्देश संभाग आयुक्त डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने महिला बाल विकास की संभागीय समीक्षा बैठक में दिए। इस अवसर पर संयुक्त संचालक सागर संभाग बी एल प्रजापति, बृजेश त्रिपाठी सहित समस्त जिलों के जिला परियोजना अधिकारी, सहायक परियोजना अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

संभाग कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने समीक्षा बैठक में कहा कि विभाग के द्वारा दिए गए लक्ष्य को 31 मार्च तक जो भी अधिकारी कर्मचारी पूरा नहीं करेगा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और लक्ष्य से कम प्रगति होने पर बर्खास्त की कार्रवाई की जाएगी।

 उन्होंने कहा कि सभी कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जावे एवं उनको तत्काल पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराएं और उनकी देखरेख करें। उन्होंने कहा कि आधार सत्यापित हितग्राहियों में फेस कैप्चर एवं ई-केवाईसी की स्थिति की जानकारी लेकर उनको पूरा कराएं, उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर वितरित होने वाला नाश्ता एवं भोजन को पोषण युक्त बनाएं एवं दोनों के वितरण के समय में समय का निर्धारित किया जाए साथ ही नाश्ता एवं भोजन गर्म रहे यह भी सुनिश्चित किया जावे।

उन्होंने कहा कि जन्म से 5 वर्ष की आयु के बच्चों में कम वजन एवं दुबलापन दिखने वाले बच्चों को चिन्हित करें और उनका इलाज प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत लंबित सभी प्रकरणों का निराकरण तत्काल किया जाए, इसी प्रकार उन्होंने कहा कि जहां-जहां आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है उनका कार्य प्रारंभ करें और जहां स्थिति विवाद ग्रस्त है इसकी सूचना तत्काल कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित में दें। उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी आंगनबाड़ी भवन जर्जर नहीं होना चाहिए और सभी आंगनबाड़ी भवन को छोटे-छोटे बच्चों की हिसाब से सुसज्जित किया जाए।

संभाग कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुंगा के पौधे लगाए एवं खाना वितरित होने पर उन्होंने रंगीन रोटी एवं मुनगा के फूल एवं मुनगा का प्रयोग करें, सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका का निर्माण करें इसी के साथ रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण भी कराए।

 संभाग कमिश्नर डॉ. रावत ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह लगातार आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करें और जो केंद्र बंद पाए जाते हैं या अनियमितताएं पाई जाती हैं उन पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जावे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र छोटे-छोटे बच्चों के लिए प्रारंभिक शिक्षा होती है । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत वर्ष 2024 _25 में प्राप्त आवंटन एवं व्यय की समीक्षा की गई।

संभाग कमिश्नर डॉ. रावत ने लाड़ली लक्ष्मी योजना की प्रगति एवं उनकी छात्रवृत्ति भुगतान की भी समीक्षा की। डॉ. रावत ने 50 अथवा 50 दिवस से अधिक सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।

 


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