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सागर ।कलेक्टर संदीप जी आर की संवेदनशीलता से सागर जिले के तालाबों से 31 हेक्टेयर से अधिक भूमि अतिक्रमण मुक्त कराकर मुनारे बनाने की कार्रवाई की गई। 

सागर में अपने इतिहास में पहली बार तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कलेक्टर संदीप जी आर के द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों सहित नगरीय क्षेत्र की तालाबों का सीमांकन करने की कार्रवाई की गई और सीमांकन के बाद तालाबों के राजस्व रकबे के अनुसार उनको अतिक्रमण से मुक्त कराया गया और मुक्त करने की तत्काल पश्चात सीमांकन की गई जमीन के चारों तरफ मुनारे बनाए गए और उन पर लाल रंग का पेट भी कराया गया जिससे कि भविष्य में तालाबों पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो सकेगा

 इसी के साथ कलेक्टर संदीप जी आर ने एक और नई पहल की जिसमें तालाबों की भूमि का सीमांकन,  अतिक्रमण मुक्त करने के साथ-साथ तालाबों का गहरीकरण का अभियान भी प्रारंभ किया गया जिसमें गहरीकरण के बाद निकल गई गाद को किसान भाइयों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई जिससे कि किसान भाइयों की फसल का उत्पादन भी बढ़ सकेगा।

कलेक्टर ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत उनको पुनर्जीवित करने के साथ-साथ गहरीकरण एवं सीमांकन की कार्रवाई की जा रही है और गहरीकरण से जो गाद निकाली जा रही है वह किसान भाइयों को  नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है जिससे कि वह अपने खेत पर उसका उपयोग करें और अपनी फसल का उत्पादन में वृद्धि कर सकें। उन्होंने बताया कि सीमांकन होने से तालाबों का अतिक्रमण हटाया गया एवं उनका पूर्ण रूप से मुक्त कराया गया जो तालाब अभी रह गए हैं उन पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर ने बताया कि संपूर्ण जिले में सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया था कि अपने-अपने क्षेत्र में तालाबों का चिन्हांकन करें और उनका सीमांकन कराकर मुनारे बनाने की कार्रवाई करें ,उन्होंने बताया कि जिलेभर में 662 तालाब का अभी तक चिन्हांकन किया गया जिसमें से 618 का सीमांकन कराया गया शेष का कार्य जारी है ।

कलेक्टर के आदेश पर जिलेभर में 662 तालाब सभी गांवों में दर्ज किए हैं। इनमें से 618 का सीमांकन कराया है। 44 का सीमांकन अभी भी बाकी है। सीमांकन कराने के बाद जमीन भी मुक्त कराई गई है। सीमांकन के बाद 348 तालाबों पर मुनारे बनवाए गए हैं एवं 270 तालाबों का काम प्रगतिशील है। जिसमें सीमांकन, मुनारे बनवाने का काम शेष है। सागर जिले में कलेक्टर के निर्देश पर पहली बार तालाबों सहित अन्य जल संरचनाओं को सुरक्षित करने का काम किया जा रहा है। 

कलेक्टर सभी तरह की जल संरचनाओं को सुरक्षित रखने के लिए पहली बार मुनारे बनवा रहे हैं। अब तक जंगल की सीमा पर मुनारे बनवाए जाने की परंपरा रही है। पहली बार तालाबों की जमीन व सीमा चिह्नित करके मुनारे बनवाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में अतिक्रमण न हो और यदि अतिक्रमण होता है तो पटवारी तुरंत जाकर कार्रवाई कर सकें।

31.77 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई

तालाबों के सीमांकन व अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में अब तक 31.77 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई है। इसमें सबसे ज्यादा जमीन 12.12 हेक्टेयर खुरई तहसील में मुक्त कराई है। चिह्नित 662 तालाबों में से 43 पर अतिक्रमण मिलने की रिपोर्ट राजस्व अफसरों ने दी है।

तहसीलवार तालाबों की स्थिति में सागर नगर 13 ,सागर ग्रामीण 16 , बंडा 85,बीना 46,बांदरी 25, खुरई 70,मालथौन 20, जैसीनगर 45, देवरी 85 ,शाहगढ़ 16, केसली 52, रहली 76, गढ़ाकोटा 71 एवं राहतगढ़ 42 तालाब है। खुरई में 12.2 हेक्टेयर भूमि तालाबों की अतिक्रमण से मुक्त कराई गई।


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