कहानी: दयालू सेठ
सागर/आर के तिवारीI एक गाँव में एक सेठ जी रहते थे जो बड़े ही धर्मात्मा नियम के पक्के थे सुबह जल्दी उठना स्नान कर पास ही के जैन मंदिर जाना…
जनता का जनता के लिए
सागर/आर के तिवारीI एक गाँव में एक सेठ जी रहते थे जो बड़े ही धर्मात्मा नियम के पक्के थे सुबह जल्दी उठना स्नान कर पास ही के जैन मंदिर जाना…
सागर/आर के तिवारी पोस्ट मैन •••••••दरवाजे पर पोस्टमैन की आवाज़ सुन कर दादा जी मुझसे बोले बेटा राघव देख! बाहर पोस्टमैन आया है । जा देख किसकी चिट्ठी है?साथ ही…
सागर/आर के तिवारी I “एक अदालत का दृश्य जहाँ जज साहब बिट्टू के केस का फैसला नहीं कर पा रहे कि बिट्टू को किसके सुपुर्द करें माँ के या उसके…
सागर/आर के तिवारी रामलाल किचन में पहुंचे ही थे कि उनकी “श्रीमती जी एकदम से बंम की तरह फटते हुए बोलीं अब आप कुछ न कहना। चुपचाप चले जाइए किचिन…
सागर/आर के तिवारी- देखो! बटुआ मिल गया मैंने आवाज़ लगाई घर के अंदर से एक युवती दरवाजा खोल कर बाहर आई जिसके चेहरे और आंखों को देख मुझे लगा जैसे…
क्या हुआ नजमा! यूं रंजो-गम किये क्यों बैठी हो? सागर/आर के तिवारी नजमा को गमगीन सा चुपचाप बैठे देखा तो उसकी ननंद जो अपनी ससुराल से अपने शौहर से किसी…
सागर/ आर के तिवारी क्यों आए हो अब यहां? मैं जैसे ही घर आया तो घर के अन्दर से आ रही आवाज़ सुनकर दरवाजे पर ही ठिठक कर रुक गया…
कहानी: हारुन मियाँ का दर्द सागर/आर के तिवारी : हारुन मियां को अपने कानों पर भरोसा नहीं हो रहा था वे सोचने लगे मेरी बहू और मेरा बेटा मेरे बारे…
सागर / हेमन्त आजादलेखक एक स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार है फादर डे: पिता होने के मायनेदुनिया के बेटियो के पितादुनिया में पिता होना एक जबाबदारी का विषय होता है। पिता…
“वैसे कहा जाये तो “फादर्स डे” पिता दिवस तो रोज ही है क्योंकि उन्हीं से आज हमारा वजूद है उन्हीं के कारण हमारी दिवाली भी है तो ईद भी वे…