कहानी: मायका
सागर/आर के तिवारीअब चुप भी हो जाइए अब्बू। जब आपको कुछ पता ही नहीं तो मत बोला कीजिए। आपको पता भी है?आप क्या कह रहे हैं? आप अपनी ही बेटी…
जनता का जनता के लिए
सागर/आर के तिवारीअब चुप भी हो जाइए अब्बू। जब आपको कुछ पता ही नहीं तो मत बोला कीजिए। आपको पता भी है?आप क्या कह रहे हैं? आप अपनी ही बेटी…
“वैश्विक मंच पर हिंदी का गौरव” अभिव्यक्ति/ ज्योति शर्मा 10 जनवरी का दिन प्रत्येक वर्ष हिंदी भाषा के उदात्त गौरव और उसके वैश्विक विस्तार का प्रतीक बनकर हमारे समक्ष आता…
ज्योति शर्मा/ सावित्रीबाई फुले, भारतीय इतिहास की उन विलक्षण महिलाओं में से एक थीं, जिन्होंने 19वीं सदी में सामाजिक अन्याय, लैंगिक भेदभाव, और जातिगत असमानता के खिलाफ आवाज उठाई। 3…
सागर/आर के तिवारीI एक गाँव में एक सेठ जी रहते थे जो बड़े ही धर्मात्मा नियम के पक्के थे सुबह जल्दी उठना स्नान कर पास ही के जैन मंदिर जाना…
सागर/आर के तिवारी पोस्ट मैन •••••••दरवाजे पर पोस्टमैन की आवाज़ सुन कर दादा जी मुझसे बोले बेटा राघव देख! बाहर पोस्टमैन आया है । जा देख किसकी चिट्ठी है?साथ ही…
सागर/आर के तिवारी I “एक अदालत का दृश्य जहाँ जज साहब बिट्टू के केस का फैसला नहीं कर पा रहे कि बिट्टू को किसके सुपुर्द करें माँ के या उसके…
सागर/आर के तिवारी रामलाल किचन में पहुंचे ही थे कि उनकी “श्रीमती जी एकदम से बंम की तरह फटते हुए बोलीं अब आप कुछ न कहना। चुपचाप चले जाइए किचिन…
सागर/आर के तिवारी- देखो! बटुआ मिल गया मैंने आवाज़ लगाई घर के अंदर से एक युवती दरवाजा खोल कर बाहर आई जिसके चेहरे और आंखों को देख मुझे लगा जैसे…
क्या हुआ नजमा! यूं रंजो-गम किये क्यों बैठी हो? सागर/आर के तिवारी नजमा को गमगीन सा चुपचाप बैठे देखा तो उसकी ननंद जो अपनी ससुराल से अपने शौहर से किसी…
सागर/ आर के तिवारी क्यों आए हो अब यहां? मैं जैसे ही घर आया तो घर के अन्दर से आ रही आवाज़ सुनकर दरवाजे पर ही ठिठक कर रुक गया…