Category: प्रेरक लघु कथाएं

कहानी: मनीआर्डर

सागर/आर के तिवारी पोस्ट मैन •••••••दरवाजे पर पोस्टमैन की आवाज़ सुन कर दादा जी मुझसे बोले बेटा राघव देख! बाहर पोस्टमैन आया है । जा देख किसकी चिट्ठी है?साथ ही…

कहानी : क्या होगा? “बिट्टू का फ़ैसला”

सागर/आर के तिवारी I “एक अदालत का दृश्य जहाँ जज साहब बिट्टू के केस का फैसला नहीं कर पा रहे कि बिट्टू को किसके सुपुर्द करें माँ के या उसके…

व्यंग्य कथा: अतिथि देव “दृश्य रामलाल की किचन का” 

सागर/आर के तिवारी रामलाल किचन में पहुंचे ही थे कि उनकी “श्रीमती जी एकदम से बंम की तरह फटते हुए बोलीं अब आप कुछ न कहना। चुपचाप चले जाइए किचिन…

कहानी: यह कहानी ईमानदारी की शिक्षा देती है, जो बच्चों को विशेष रूप से पढ़ने योग्य है।

सागर/आर के तिवारी- देखो! बटुआ मिल गया मैंने आवाज़ लगाई घर के अंदर से एक युवती दरवाजा खोल कर बाहर आई जिसके चेहरे और आंखों को देख मुझे लगा जैसे…

कहानी: समझना सभी को चाहिए

क्या हुआ नजमा! यूं रंजो-गम किये क्यों बैठी हो? सागर/आर के तिवारी नजमा को गमगीन सा चुपचाप बैठे देखा तो उसकी ननंद जो अपनी ससुराल से अपने शौहर से किसी…

“कल के इन्सानो में और आज के इन्सानो में जमीन आसमान का फर्क है” 

कहानी: हारुन मियाँ का दर्द सागर/आर के तिवारी : हारुन मियां को अपने कानों पर भरोसा नहीं हो रहा था वे सोचने लगे मेरी बहू और मेरा बेटा मेरे बारे…

Father’s Day : पिता होने के मायने

सागर / हेमन्त आजादलेखक एक स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार है फादर डे: पिता होने के मायनेदुनिया के बेटियो के पितादुनिया में पिता होना एक जबाबदारी का विषय होता है। पिता…

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