सागर / हेमन्त आजाद
लेखक एक स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार है
फादर डे: पिता होने के मायने
दुनिया के बेटियो के पिता
दुनिया में पिता होना एक जबाबदारी का विषय होता है। पिता बनना आसान है पर पिता के रूप में जो हमे भूमिका जीवन में निभानी पड़ती है वो एक बहुत बड़ा सवाल होता है। दुनिया के एक सबसे अच्छे पिता को मैने सागर जिले से महज 65 की मी दूर रायसेन जिले के बेगमगंज ब्लाक में दिखे। मेरे एक परिचित के वो पिता है सामान्यतः लोग किसी ना किसी से प्रभावहित रहते हैं। पर आज जब किसी पिता को अपनी लाडली बेटीओ के लिए सब कुछ अर्पण करना होगा तो यह सोचने का विषय होता है।
क्योकि आज के युग में पैसा और भविष्य को लेकर हर पिता गंभीर होते हैं।
कृषि और वकालत से जोड़े इन महान व्यक्तित्व से मिलना मुझे सागर की एक होटल में उनकी बेटी के वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मालित होते समय मिला। मैने उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
पुत्र के लिए पिता एक आशा की किरण है। पर पुत्री के लिए पिता केवल जबाबदारी और स्नेह का आधार है।