गुड़ी पड़वा
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आज से चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ हो रही है यानी आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है और इसी दिन गुड़ी पड़वा का त्योहार मनाया जाता है आज से हिन्दू नववर्ष प्रारम्भ होता है

आज देश में चैत्र नवरात्रि और गुड़ी पड़वा का त्योहार मनाया जा रहा है। गुड़ी पड़वा जिसे चैत्र शुक्ल प्रतिपदा या उगादी के नाम से भी जाना जाता है। यह हिन्दू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। मुख्य रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। आज से विक्रम सम्वत् 2081 का प्रारम्भ हो गया है। विक्रम सम्वत को नव संवत्सर भी कहा जाता है।

चैत्र नवरात्रि के आरम्भ से ही हिन्दू नववर्ष की शुरुआत

चैत्र नवरात्रि के आरम्भ से ही हिन्दू नववर्ष की शुरुआत हो गई है आगामी 9 दिनों तक देवी मंदिरों में भक्तगण माँ की आराधना करेंगे I हिन्दू चंद्र कैलेंडर के अनुसार चैत्र महीने के पहले दिन पड़ने वाले यह शुभ दिन आमतौर पर मार्च या अप्रैल में आता है।

महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है। गुड़ी का अर्थ है विजय पताका तथा पड़वा का अर्थ है चंद्रमा का प्रथम दिवस। इस दिन लोग बांस के ऊपर चांदी, तांबे अथवा पीतल के कलश को उलटा रखते हैं। कलश पर स्वास्तिक का चिह्न बनाया जाता है। बांस पर केसरिया रंग का पताका लगाया जाता है। 

इसके बाद इसे नीम एवं आम की पत्तियां और पुष्पों से सुसज्जित किया जाता है एवं इसे घर के सबसे उच्च स्थान पर लगाया जाता है। घर के दरवाजे पर आम के पत्तों का तोरण लगाया जाता है। कहा जाता है कि आम के पत्ते पवित्र होते हैं और इसे लगाने से नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं कर पाती हैं तथा घर इनसे सुरक्षित रहता है। 


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