Hanooman AI हिंदी सहित 11 भारतीय भाषाओं सहित विश्व की 98 भाषाओं को करेगा सपोर्ट
Hanooman AI Chatbot: Hanooman AI भारत का पहला 12 भाषाओं को सपोर्ट करने वाला स्वदेशी बहुभाषी और किफायती जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (जेनएआइ ) चैटबॉट प्लेटफार्म लॉन्च हो गया हैI हनुमान 12 भारतीय भाषाओं सहित विश्व की 98 भाषाओं में उपलब्ध है। इसे शुक्रवार को लांच किया गया।हनुमान एआई चैटबॉट को सात आईआईटी, रियालंस, SML इंडिया और अबू धाबी की 3एआई होल्डिंग ने मिलकर तैयार किया हैI
हनुमान एआई चैटबॉट अंग्रेजी नहीं जानने वाले यूजर्स के हिसाब से डेवलप किया
हनुमान एआई चैटबॉट अंग्रेजी नहीं जानने वाले यूजर्स के हिसाब से डेवलप किया हैI ऐसे में ये एआई चैटबॉट 12 भारतीय भाषाओं में हिंदी, मराठी, गुजराती ,बंगाली, कन्नड़ ,उडि़या, पंजाबी, असमिया, तमिल, तेलुगु, मलयालम और सिंधी शामिल हैं। इसके साथ ही हनुमान अंग्रेजी स्पेनिश इतालवी जर्मन जापानी कोरियाई समेत दुनिया भर की 80 अन्य भाषाओं में उपलब्ध होगा।

एसएमएल इंडिया के सह-संस्थापक और सीईओ विष्णु वर्धन ने कहा, हनुमान भारत में एआइ इनोवेशन के नए युग का प्रतीक है। हमारा लक्ष्य केवल एक वर्ष में 20 करोड़ यूजर्स के फायदा पहुंचाना है। चूंकि 80 प्रतिशत भारतीय अंग्रेजी नहीं समझते, इसलिए भारतीय भाषाओं में भी हनुमान का उपयोग किया जा सकता है।
एंड्रॉयड यूजर्स यहां से करें एप डाउनलोड

एंड्राइड यूजर इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। हनुमान का उपयोग इस समय मुफ्त किया जा सकता है। इस वर्ष के अंत तक इसका प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्लान लांच किया जाएगा।आइओएस एप स्टोर पर डाउनलोड के लिए जल्द उपलब्ध होगा।
हनुमान चैटबॉट कैसे काम करेगा
हनुमान चैटबॉट LLM मेथड पर काम करेगा, जिसे स्पीच टू टेक्स्ट यूजर फ्रेंडली सर्विस कहा जाता हैI ये AI मॉडल बड़े स्तर पर डेटा से सीखकर नेचुरल साउंड रेस्पॉस जनरेट करता हैI
हनुमान चैटबॉट और BharatGPT के अलावा देश में कई दूसरे AI मॉडल भी डेवलपिंग फेज में हैंI जिसमें Sarvam और Krutrim जैसी कंपनियां भी AI मॉडल डेवलप कर रही हैंI यदि ये सभी AI मॉडल समय पर लॉन्च हो जाते हैं, तो भारतीय यूजर्स की Open AI और Gemini AI पर निर्भरता खत्म होगी I कंपनी के लिए BharatGPT को डेवलप करने की राह आसान होगीI
इसके जरिए गवर्नेंस, मॉडल हेल्थ, एजूकेशन और फाइनेंस सेक्टर को काफी मदद मिलेगीI वहीं हनुमान चैटबॉट की मदद से जो लोग अंग्रेजी नहीं जानते हैं वो हिंदी और अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में यूज कर सकेंगेI
