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कर्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस की परेड में महिलाओं को केंद्र में रखा जाएगा; ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ इसके मुख्य विषय होंगे: रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने

देश के 75वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर निकलने वाली परेड काफी हद तक महिला केंद्रित होगी। ‘विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका’ थीम पर होने वाली परेड का शुभारंभ पहली बार, 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगी। इसकी शुरुआत महिला कलाकारों द्वारा बजाए जाने वाले शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि के संगीत से होगी। इसके अलावा, पहली बार तीनों सेनाओं की एक महिला टुकड़ी भी मार्च करेगी। केंद्रीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों में भी महिलाकर्मी शामिल होंगी।

‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ की विषय-वस्तु के साथ, 26 जनवरी, 2024 को कर्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस की परेड में महिलाओं को केंद्र में रखा जाएगा। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने बताया कि महिला मार्चिंग टुकड़ियां परेड का प्रमुख हिस्सा होंगी, जिसमें राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) तथा केंद्रीय मंत्रालयों व संगठनों की अधिकांश झांकियां देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता और प्रगति का प्रदर्शन करेंगी।। उन्होंने दोहराया कि विषय-वस्तुओं का चयन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विचारों के अनुरूप किया गया है, जिसमें ‘भारत को वास्तव में लोकतंत्र की जननी माना गया है।’

पहली बार, 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए परेड का शुभारंभ करेंगी। इसकी शुरुआत महिला कलाकारों द्वारा बजाए जाने वाले शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि के संगीत से होगी।

परेड में पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी भी कर्तव्य पथ पर मार्च करती हुई दिखाई देगी। केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के दस्ते में महिला कर्मी भी शामिल होंगी। रक्षा सचिव ने बताया है कि इस वर्ष की गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं का बेहतरीन प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा।

परेड सुबह साढ़े दस बजे से प्रारम्भ होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी। कर्तव्य पथ पर 77,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है, जिसमें से 42,000 आम जनता के लिए आरक्षित हैं।


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