WAVES 2025
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वेव्स 2025 “रील मेकिंग” चैलेंज के लिए 20 देशों और पूरे भारत से 3,300 से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुईं ; डिजिटल रील्स से लेकर ग्लोबल डील्स तक : विजेताओं को लाभ का अनूठा अवसर और मान्यता प्राप्त होगी, मंत्रालय के समर्थन से फाइनलिस्ट विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे

“विकसित भारत की थीम” में भारत की मौजूदा तकनीकी और बुनियादी ढांचे की प्रगति पर प्रकाश डाला गया है और “भारत @ 2047” को दर्शाया गया है; देश की प्रगति के लिए रचनात्मकता और दूरदर्शिता का प्रदर्शन करके भारत की नवाचार यात्रा का प्रस्तुतीकरण, पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 मार्च 2025

WAVES 2025 Reel Making challenge: विश्व ऑडियो विजुअल एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) 2025 में “रील मेकिंग” चुनौती को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें भारत और 20 देशों से 3,379 पंजीकरण प्राप्त हुए हैं।

भारत में सृजन का आह्वान

वेव्स 2025 के तहत एक प्रमुख पहल के रूप में शुरू की गई यह प्रतियोगिता, मीडिया और मनोरंजन के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर करती है, साथ ही देश की तेजी से बढ़ती डिजिटल क्रिएटर अर्थव्यवस्था को भी दर्शाती है। यह भारत सरकार के “भारत में सृजन” दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो देश भर से और अन्य देशों से प्रतिभाओं को सशक्त बनाता है।

इस प्रतियोगिता में अफगानिस्तान, अल्बानिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, अंडोरा, एंटीगुआ और बारबुडा, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी सहित अन्य देशों से उल्लेखनीय अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी देखी गई है। यह वैश्विक पहुंच भारत के रचनात्मक क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव और दुनिया भर में कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में वेव्स की महत्ता को उजागर करती है।

तवांग से पोर्ट ब्लेयर तक : देश भर में कहानीयों को सुनाने का बढ़ता प्रचलन

घरेलू स्तर पर इस चुनौती में भारत भर के विविध और दूरदराज के स्थानों से प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें तवांग (अरुणाचल प्रदेश), दीमापुर (नागालैंड), कारगिल (लद्दाख), लेह, शोपियां (कश्मीर), पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह), तेलियामोरा (त्रिपुरा), कासरगोड (केरल) और गंगटोक (सिक्किम) शामिल हैं। छोटे शहरों और उभरते रचनात्मक केंद्रों से वेव्स की “रील मेकिंग” चुनौती प्रतियोगिता को मिली मजबूत प्रतिक्रिया भारत की समृद्ध कहानी सुनाने की परंपराओं और बढ़ते डिजिटल क्रिएटर इकोसिस्टम को दर्शाती है।

चुनौती के तहत 20 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागियों को “विकसित भारत” जैसे विषयों पर रील बनानी होगी, जिसमें भारत की मौजूदा तकनीकी और बुनियादी ढांचे की प्रगति पर प्रकाश डाला जाएगा, और “भारत @ 2047” में इन क्षेत्रों में देश के भविष्य के विकास की कल्पना की जाएगी। ये थीम कहानीकारों को 30-60 सेकंड की संक्षिप्त फिल्मों के माध्यम से भारत की नवाचार यात्रा को प्रस्तुत करने के लिए एक मंच प्रदान करती हैं, जिसमें देश की प्रगति के लिए उनकी रचनात्मकता का प्रदर्शन होगा।

रील मेकिंग चैलेंज के विजेताओं को विशेष अवसर प्राप्त होंगे, जिनमें शामिल हैं:

  • 2025 में मेटा-होस्टेड इवेंट और रील्स मास्टरक्लास के लिए आमंत्रण।
  • वेव्स 2025 में उनके सभी व्ययों का भुगतान किया जाएगा, जहां उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
  • मंत्रालय द्वारा फाइनलिस्टों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कंटेंट क्रिएटर प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
  • विजेता रीलों को प्रतिष्ठित वेव्स हॉल ऑफ फेम में, आधिकारिक वेव्स वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित किया जाएगा।

‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’

WAVES 2025 वेव्स 2025 की प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण और मिशन से ली गई है, जिसका उद्देश्य भारत की रचनात्मक क्षमता को एक नई वैश्विक पहचान प्रदान करना और भारत को मीडिया, मनोरंजन और कंटेंट निर्माण के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। यह शिखर सम्मेलन इस उद्योग के अग्रजों, हितधारकों और नवप्रवर्तकों को उभरते रुझानों पर चर्चा करने, सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक साथ लाएगा, भारत के समृद्ध रचनात्मक इकोसिस्टम को प्रदर्शित करेगा और प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के दृष्टिकोण को क्रियान्वित करेगा।

अब तक भारत के लगभग पूरे क्षेत्र और 20 अन्य देशों की भागीदारी के साथ यह रील मेकिंग चैलेंज, भारत के विविध और गतिशील कहानीयों को सुनाने के परिदृश्य का एक प्रमाण है, जो वैश्विक मीडिया और मनोरंजन उद्योग में एक शक्तिशाली देश के रूप में भारत स्थिति को मजबूत बनाता है।


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